ऋषिकेश पञ्चाङ्ग के अनुसार, 17 मार्च को दोपहर एक बजे के बाद से पूर्णिमा लग जायेगी, जो शुक्रवार को दिन के 12.51 बजे तक रहेगी। शुक्रवार को उदया तिथि में पूर्णिमा मिलने के कारण सारा दिन पूर्णिमा मान्य होगा। होलिका दहन के बाद प्रतिपदा तिथि में होली मनायी जाती है।
19 मार्च को होली
इस बार पूर्णिमा तिथि दो दिन होने के चलते शुक्रवार 18 मार्च को होली नहीं मनायी जा सकती। इस दिन स्नान दान की पूर्णिमा मनायी जायेगी। इसके अगले दिन 19 मार्च शनिवार को चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को होली मनायी जायेगी।
इस वर्ष का होली कई शुभ संयोग ला रहा है। यह सभी मनोकामना को पूर्ण करने वाला है। प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य प्रणव मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष वृद्धि योग, अमृत सिद्धि योग व सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है।
वृद्धि योग में किए गए कार्यों से लाभ प्राप्त होने की मान्यता है। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग में कार्यों से पुण्य प्राप्त होता है। ध्रुव योग से चंद्रमा और सभी राशियों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा होली पर इस साल बुध-गुरु की युति से आदित्य योग का भी निर्माण हो रहा है।