Joharlive Team
रांची। चाइबासा के टोन्टो थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती गांव में ग्रामीण मुंडा और डाकुवा से संबंधित जप्त पत्र मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर अभियान को तेज कर दी है। चाइबासा पुलिस ने भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता प्रशांत बोस, मिसिर बेसरा समेत नौ माओवादियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की। जंगल इलाके में माओवादियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। पूरे मामले में एसपी इंद्रजीत महथा ने कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने अपील कि है की प्रतिबंधित भाकपा माओवादी एक प्रतिबंधित और हिंसक उग्रवादी संगठन है। कोई भी ग्रामीण उनके बहकावे में न आये। इनकी गैर कानूनी गतिविधियां पुलिस की निगरानी में है। आप सभी केवल विकास और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। पुलिस का अभियान लगातार नक्सलियों के खिलाफ जारी रहेगा।
युवक-युवतियों को संगठन में भेजने की मिली है धमकी
भाकपा माओवादियों द्वारा ग्रामीण मुंडा और डाकुवा के संबोधन में भेजे पत्र की जांच में कई जानकारी पुलिस को मिला है। पुलिस जांच में पता चला कि माओवादियों द्वारा ग्रामीणों को डराया-धमकाया गया है। यह धमकी युवक-युवतियों को संगठन में भेजने को लेकर दिया गया है। संगठन से नहीं जुड़ने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी मिली है। माओवादियों द्वारा सरकार का विरोध करते हुए प्रत्येक गांव से 10-10 युवक-युवती एवं नाबालिग बच्चे-बच्चियों को संगठन में भर्ती के लिए मांग किया है। इस पत्र के माध्यम से पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को भी जान से मारने की धमकी, सरकार के विरुद्ध आंदोलन किये जाने का उल्लेख है।