दिनांक 11 नौ 2019 दिन बुधवार को विश्व बंधुत्व दिवस के अवसर पर रांची यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित आर्यभट्ट सभागार में राष्ट्रीय आंतरिक सुरक्षा एवं संभावित चुनौतियां विषय पर एक विमर्श का आयोजन हुआ। यह विमर्श विवेक विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी कि रांची शाखा और राष्ट्रीय सेवा योजना रांची विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में श्री प्रकाश सिंह पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश असम व पूर्व महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल उपस्थित रहे। पुलिस महानिदेशक झारखंड श्री कमल नयन चौबे मुख्य अतिथि की भूमिका में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडे ने की।
मुख्य वक्ता श्री प्रकाश सिंह जी ने अपने संबोधन में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर व्यापक चुनौतियों पर सभी का ध्यान आकृष्ट कराया उन्होंने देश के विभिन्न कालखंड में विभिन्न दशकों की चर्चा की और 50 के दशक की नॉर्थईस्ट की अशांति से लेकर 60 के दशक में नक्सल ,70 के दशक में उल्फा, 80 के दशक में पंजाब के खालिस्तान और 90 के दशक में कश्मीर के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की चर्चा की। आगे उन्होंने बताया कि देश में इंटरनल सिक्योरिटी डॉट्रेने नहीं होने के कारण बहुत सारी समस्याओं का समाधान करना बहुत ही मुश्किल है।
अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से निपटने के लिए कोई स्थाई समाधान तो नहीं है इनसे हमें लड़ना ही पड़ेगा परंतु अन्य आंतरिक समस्याओं को सुलझाने के लिए सरकारी तंत्र को सुधार कर इसमें कुछ विकास किया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से जुड़े हुए पक्षों में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी संगठनों की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि जिस तरह सरकार इस मामले का निपटारा सोच रही है वास्तविक रूप में यह उसका हल नहीं है यह एक बहुत ही गंभीर समस्या है जिसे आंकड़ों के आधार पर नहीं देखना चाहिए। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत का एक अच्छा खासा युवा वर्ग इस्लामिक स्टेट की आईडियोलॉजी के समर्थन में आगे आ रहा है यह देश की आंतरिक व्यवस्था के लिए भविष्य में बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है।
इकनोमिक टेररिज्म की चर्चा करते हुए उन्होंने भारत में बांग्लादेश नेपाल व विभिन्न बॉर्डर के माध्यम से नकली नोटों को फैलाए जाने पर चर्चा की और बताया कि यह हमारे इकोनामी को दिन-ब-दिन खोखला करता जा रहा है सरकार को इस पर विशेष ध्यान देते हुए इस तरह के व्यापक विस्तार को रोकना बहुत ही जरूरी है यह मामला सीधा हमारे आंतरिक सुरक्षा के मामले से जुड़ा हुआ है।
नागालैंड इनसरजेंशी पर चर्चा करते हुए उन्होंने विस्तार से इस विषय में बताया कि किस तरह दशकों में नागालैंड नॉर्थईस्ट को अव्यवस्थित करने के लिए इनसरजेंशी का एक केंद्र बिंदु बना रहा है आज भी नागालैंड में बहुत से मिलिटेंट्स ग्रुप है जो सक्रिय रूप से सरकार के खिलाफ काम कर रहे हैं।
सरकारी व्यवस्था पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा डेवलपमेंट का जो पैराडाइम है उसमें बहुत कमियां है। करप्शन इन जस्टिस सोशल इनिक्वालिटी खत्म नहीं हो रही है।
अंत में कहा कि इंटरनल सिक्योरिटी का मामला बहुत ही पेचीदा है और अभी तक कि किसी भी सरकारों ने चाहे वह यूपीए हो या एनडीए ,मूल रूप से इस समस्या के समाधान पर ध्यान नहीं दिया।
झारखंड पुलिस के महानिदेशक ने कहा यहां कई बड़ी बड़ी कंपनियां आए हैं आज की तारीख में यहां का रैली से लेकर पर्यटन में बढ़ोतरी आई है नक्सलवाद तो में कमी आई है और झारखंड में निवेश बढ़ रहा है हो
उन्होंने कहा कि नक्सलवाद की समस्या में निरंतर वर्षों के प्रयास से भारी कमी आई है खूनी विद्रोह से सभ्य समाज का नाश हो रहा है लोगों को गलत विचारों द्वारा गलत राहों पर ले जाने का षड्यंत्र हो रहा है
अध्यक्षीय उद्बोधन में रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि आज का व्याख्यान हमारे छात्रों के लिए मील का पत्थर साबित होगा जो उन्हें सही रास्ते पर चलने के लिए अवश्य प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि आंतरिक समस्याओं को सुलझाने के लिए समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर काम करना पड़ेगा।
कार्यक्रम में विवेकानंद केंद्र के संयोजक डॉ नवीन कुमार सिन्हा जी ने केंद्र का परिचय कराते हुए केंद्र के द्वारा संचालित विभिन्न कार्य व उससे संबंधित सामाजिक कार्यों की चर्चा की व साथ-साथ विवेकानंद शिला स्मारक कन्याकुमारी की स्थापना का इतिहास समझाते हुए हमें विवेकानंद के रास्ते पर चलने का संदेश दिया।
विमर्श का विषय प्रवेश डॉ प्रशांत कुमार पांडे ने किया। राष्ट्रीय सेवा योजना रांची विश्वविद्यालय के समन्वयक बृजेश कुमार ने अतिथि परिचय और स्वागत भाषण किया
इस विमर्श में स्वामी दिव्यानंद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्री रविशंकर रांची विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ कामिनी कुमार सिद्धू कानू मुर्मू विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ हनुमान प्रसाद शर्मा महाधिवक्ता चंद्रमौली सिंह डॉ अशोक चौधरी डॉ विजय सिंह डॉ केसी प्रसाद
विवेकानंद केंद्र शाखा रांची की तरफ से प्रांत संगठन बिहार झारखंड श्री मुकेश किर अशोक प्रधान राजेश अग्रवाल मंगेश झा दुर्गा उरांव शशांक सिंह विवेक कुमार आयुष कुमार
राष्ट्रीय सेवा योजना के अभिषेक अभिषेक कुमार सिंह सुरेश भगत शैलेश कुमार दीपा कुमारी आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही
कार्यक्रम की शुरुआत 3 ओंकार के मंत्र से हुई कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रशांत पांडे ने किया धन्यवाद ज्ञापन श्रेयांश भारद्वाज द्वारा किया गया अंत में डॉक्टर जिज्ञासा ओझा जी के द्वारा शांति मंत्र से कार्यक्रम का समापन किया गया।