नई दिल्ली : अक्टूबर महीने में बंगाल की खाड़ी में मौसम में हलचल तेज हो गई है, और मौसम विभाग ने 20 से 24 अक्टूबर के बीच एक नए तूफान के जन्म की आशंका जताई है. वर्तमान में, बंगाल की खाड़ी के मध्य में निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है, जिससे चक्रवातिक गतिविधियों की संभावना बढ़ गई है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि यह साइक्लोनिक सर्कुलेशन ओडिशा के तट की ओर बढ़ेगा, जिससे क्षेत्र में भारी बारिश हो सकती है. अरब सागर में भी एक मौसमी तंत्र विकसित हो रहा है, जो एक संभावित तूफान में परिवर्तित हो सकता है.
प्रायद्वीपीय भारत में बारिश का दौर जारी
आंध्र प्रदेश, केरल, और तमिलनाडु के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश की सूचना है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठ रहे तूफान के कारण यह बारिश हो रही है. विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे समुद्र में न जाएं, क्योंकि तूफान न आने की स्थिति में भी ऊंची लहरें उठ सकती हैं.
साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर
IMD का अनुमान है कि 22 अक्टूबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन बन सकता है, जो अगले 3-4 दिनों में सक्रिय हो सकता है. इसके प्रभाव से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और केरल जैसे राज्यों में भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ ही, कई राज्यों में तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिनकी गति 30 से 35 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है.
झारखंड में बारिश का अलर्ट
राजधानी रांची समेत झारखंड के विभिन्न जिलों में भी गरज के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने रांची, खूंटी, गुमला, और अन्य जिलों में आसमानी बिजली से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. अगले दो-तीन दिनों तक बंगाल की खाड़ी में बन रहे डिप्रेशन का असर झारखंड में भी देखने को मिल सकता है, जिससे बारिश की गतिविधियों में इजाफा होगा.