दुमका: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 30 मई को दुमका के होटल सुविधा में प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा कि संथाल परगना क्षेत्र में संथाल और पहाड़िया आदिवासियों की आबादी घटती जा रही है जो खतरे की घंटी है. संथाल में पहाड़िया की आबादी कब घटी, किसकी आबादी बढ़ी, यह जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आने पर इसकी जांच कराएगी. पाकुड़ क्षेत्र में पहाड़िया गांव उजड़ गए हैं. जहां कभी पहाड़िया की आबादी थी, वहां घुसपैठियों की बड़ी आबादी है. घुसपैठ नहीं हुई है, बल्कि झामुमो-कांग्रेस ने जानबूझकर ऐसा किया है.
विशेष टीम का होगा गठन
हेमंत सोरेन सरकार के संरक्षण में बांग्लादेशियों की घुसपैठ और अवैध खनन के कारण पाकुड़ और साहिबगंज के कई इलाकों में संथाल और पहाड़िया आदिवासी विस्थापित हो गए हैं. इनकी किसी को परवाह नहीं है. भाजपा की सरकार बनने के बाद इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की जाएगी. कांग्रेस और झामुमो ने अपने वोट बैंक के लिए चुप्पी साध रखी है. इनके लोगों ने न सिर्फ जमीन छीनी बल्कि बहू-बेटियों को भी छीन लिया. बेटियों को 50 टुकड़ों में काट कर फेंक दिया गया. इसके बावजूद इंडी गठबंधन ने आवाज नहीं उठाई. अगर भाजपा आवाज नहीं उठाती तो किसी पर कार्रवाई नहीं होती. ऐसी घटनाएं आए दिन हो रही हैं. हेमंत सोरेन को भाजपा ने जेल नहीं भेजा है. उन्हें एजेंसी और कोर्ट ने जेल भेजा है. उन्होंने कहा कि साहिबगंज में चल रहे अवैध पत्थर खनन को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर आगाह किया गया था. इस पर कार्रवाई की मांग की गई थी. मेरे पत्र के आलोक में सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसके 1 साल बाद बड़ी दुर्घटना हुई. अवैध पत्थर खनन के मामले में हेमंत सोरेन जेल में हैं.
कई मामले आए लेकिन कार्रवाई नहीं
उन्होंने कहा कि रांची के विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने सदन में कहा था कि रांची के तत्कालीन डीसी हथियार का लाइसेंस देने के नाम पर 3 से 5 लाख रुपये ले रहे थे. सरकार ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की. विपक्षी दल के विधायक का काम गलत बातों को सरकार के संज्ञान में लाना है. कार्रवाई करना सरकार का काम है. आज जब एजेंसी ने जांच की तो डीसी और हेमंत सोरेन जेल में हैं. हेमंत सोरेन ने राज्य को लूटने का काम किया है. श्री मरांडी ने कहा कि भाजपा तीनों सीटों पर पूरी ताकत से लड़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस चुनाव में लगातार दौरे कर रहे हैं. पीएम मोदी अब तक 7 जगहों का दौरा कर चुके हैं. भाजपा पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ रही है.
प्रधानमंत्री ने झारखंड जैसे छोटे राज्य में 7 कार्यक्रम किए हैं. इससे साफ पता चलता है कि उनका राज्य से कितना लगाव है. संथाल की तीनों लोकसभा सीटों पर भाजपा जीत रही है. संथाल की हालत किसी से छिपी नहीं है. यहां के आदिवासी, संथाल और पहाड़िया लोगों का बुरा हाल है. पीएम मोदी यहां के लोगों के लिए कई योजनाएं लेकर आए हैं. उज्ज्वला गैस, आयुष्मान योजना, बिजली, सड़क जैसे कार्यों पर राज्य की जनता भाजपा के साथ खड़ी है. संथाल के उत्थान के लिए अटल बिहारी भाजपा ने संथाल समाज को आठवीं अनुसूची में शामिल किया. देश का राष्ट्रपति भी आदिवासी है तो यह स्पष्ट संदेश है कि भाजपा आदिवासियों की बात सुनती है और उनके लिए काम करती है. उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार सिर्फ लूटपाट में लगी है. चार साल में एक भी ऐसा काम नहीं हुआ जिससे यहां के लोगों को गर्व हो. सरकार की वजह से संथाल और पहाड़ के लोगों का अस्तित्व खतरे में आ गया है. संथाल में सिर्फ अवैध खनन, घुसपैठिए और दलाल हैं. यहां के लोगों की दुर्दशा नहीं बदली है, बल्कि संथाल में पहाड़ के लोगों की आबादी कम हो गई है. यह एक खतरनाक चेतावनी है.