नई दिल्ली: 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस परेड को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. केंद्र सरकार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह में पंजाब और पश्चिम बंगाल की झांकियां परेड में शामिल नहीं होंगी. इसको लेकर सियासी बवाल खड़ा हो गया है. साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. पंजाब की झांकी के परेड में शामिल नहीं किए जाने पर सूबे के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोदी सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी 26 जनवरी के लिए पंजाब की झांकी शामिल नहीं होने से यह साफ पता लगता है कि केंद्र के दिल में पंजाब के लोगों के खिलाफ कितना ‘जहर’ है.
वहीं रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि पंजाब की झांकी का थीम व्यापक विषयों के अनुरूप नहीं था इसलिए परेड में शामिल नहीं किया गया है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि एक्सपर्ट कमेटी के पहले 3 चरण की बैठक पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया था. पर तीसरे चरण की बैठक के बाद पंजाब की झांकी को नहीं शामिल करने का निर्देश दिया गया. बता दें कि हर वर्ष कि तरह इस साल भी केवल 15-16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड 2024 में अपनी झांकी पेश करने के लिए चुना गया है.
ये भी पढ़ें: लेफ्ट बंडल एडवांस्ड पेसिंग लगाकर पारस ने हार्ट मरीज की जान बचाई