पलामू : त्योहारी सीजन में भीड़ पर निगरानी रखना एक बड़ी चुनौती होती है. अपराधी और असामाजिक तत्व भी फायदा उठाने की जुगत में रहते हैं. ऐसे में पुलिस की तीसरी आंख  कहे जाने वाले सीसीटीवी कैमरा अपराध के नियंत्रण का बड़ा साधन बनकर उभरा है. लेकिन जब ये साधन ही खराब हो तो पुलिस के सामने बड़ी चुनौती है.

दरअसल 2016 – 2017 में पलामू के सर्किट हाउस परिसर में पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया था. इस कंट्रोल रूम में उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी को लगाया गया. कंट्रोल रूम के माध्यम से रेड़मा, बैरिया, कचहरी, छहमुहान समेत कई इलाकों में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था. इसके जरिए पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर पर निगरानी रखी जाती थी. यहां लगाए गए सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए हैं. महीनों से ये शोभा की वस्तु बनी हुई है. अपराध या किसी तरह की घटना होने पर पुलिस आम लोगों के द्वारा लगाए गए सीसीटीवी कैमरे का इस्तेमाल करती है.

पलामू के कारोबारी सुमित अग्रवाल ने बताया कि पुलिस का सीसीटीवी कैमरा खराब होना, बेहद ही दुखद है. मामले में प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को पहल करनी चाहिए. त्योहार शुरू होने वाले हैं. ऐसे में इसे जल्द ठीक करने की जरूरत है. इधर मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम क्षेत्र में प्रशासन की तरफ से कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए सर्वे भी किया गया था. उस सर्वे के बाद आगे क्या हुआ किसी को जानकारी नहीं है.

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