रांचीः रिम्स से गायब नाबालिग को पुलिस ने बुधवार देर रात कोकर इलाके के एक मंदिर के पास से बरामद कर लिया है. नाबालिग मानसिक रूप से बीमार है और वह अचानक रिम्स से गायब हो गई थी. जिसके बाद पुलिस और रिम्स प्रशासन दोनों उसे ढूंढ रहे थे.

मंदिर से मिली नाबालिग
पुलिस के अनुसार नाबालिग एक मंदिर में रात में बैठी हुई थी. स्थानीय लोगों की सूचना पर पीसीआर 22 पुलिस की टीम पहुंची और नाबालिग को महिला थाने लेकर आयी. महिला थाना में नाबालिग से मौजूद पुलिसकर्मियों ने पूछताछ की. लेकिन उसने किसी भी बात का जवाब ही नहीं दिया. मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची बिहार के बांका जिले के गोकुला की रहने वाली है और वो मानसिक रूप से विक्षिप्त है. बच्ची का इलाज सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ सायकेट्री(सीआईपी) कांके में करवा रहे थे.

यहां 27 अक्टूबर को बच्ची का इलाज शुरू हुआ. लेकिन वो बेहोश हो जा रही थी. जिसके बाद सीआइपी के डॉक्टर ने उसे रिम्स रेफर कर दिया. बताया जा रहा है कि बीते सोमवार की रात नाबालिग लड़की किसी के साथ अस्पताल से निकल गई थी. इस मामले में बरियातू थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गई थी. इधर, पुलिस नाबालिग लड़की सोमवार और मंगलवार को दिनभर कहां रही, इसका पता लगा रही है. पुलिस की टीम रिम्स में लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज भी खंगालेगी.

दो लड़कों के साथ गई थी नाबालिग

बच्ची की मां कुंती देवी ने कहा कि सीआईपी में इलाज के दौरान करिश्मा बेहोश हो जा रही थी. जिसके बाद वहां के डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया था. रिम्स के पीडियाट्रिक विभाग में बच्ची को 28 नवंबर को भर्ती किया गया. कुंती ने कहा कि 29 नवंबर सोमवार की रात को जब मेरी आंख लग गई, उसके बाद से मेरी बच्ची लापता थी. उन्होंने कहा कि आंख खुलते ही बच्ची को ढूंढा पर वो नहीं मिली. वार्ड के लोगों से पूछने पर बताया कि 2 लड़के आए थे. जिसने बच्ची को समोसा खिलाने की बात कहते हुए वार्ड से बाहर लेकर चले गए और अब तक बच्ची का कुछ पता नहीं चल रहा है.

रिम्स के पीडियाट्रिक विभाग में चल रहा था बच्ची का इलाज

बच्ची का इलाज रिम्स के पीडियाट्रिक विभाग की प्रोफेसर डॉ मिनी रानी अखौरी कर रही थी. बच्ची के लापता होने के बाद उनके के द्वारा डालसा प्रतिनिधि अनीता देवी को सूचना मिली. जिसके बाद बच्ची की खोजबीन शुरू की गई थी.

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