रांची: सेना में बहाली कराने के नाम पर ठगी को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी शौकत अली को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. आर्मी इंटेलिजेंस 17 कोर नामकुम को गुप्त सूचना मिली थी कि शौकत अली नामकुम ओवरिब्रज स्थित मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसएम, आई.बी (इंपेक्शन बंगलो) है. जिसके बाद नामकुम थाना पुलिस ने शौकत अली को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी 17 कोर आर्मी के गेस्ट हाउस में काम करता था जिसका फायदा उठाकर वो युवाओं को झांसे में लेता था.

शौकत अली एमईएस में चौकीदार के पद पर कार्यरत है. उसके पिता मो आशीफ अली एमईएस के बंगले में खाना बनाने का काम करते थे. शौकत अली, पंकज सिंह के सहयोग से कई राज्यों से सेना में बहाली कराने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है. वहीं, नामकुम थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि जब 27 जून 2021 को ठगी का शिकार हुए बेरोजगार युवकों ने थाने में मामला दर्ज कराया तो शौकत अली के सहयोगी पकंज सिंह को पुलिस ने टाटीसिलवे से गिरफ्तार किया था.

पंकज सिंह रांची जगरनाथपुर हटिया देव्यानी कॉम्पलेक्स-1, हटिया थाना जगनरथापुर में रहकर ठगी का धंधा चला रहा था. पंकज सिंह पहले भी जगरनाथापुर थाने में नौकरी के नाम पर ठगी करने के मामले में जेल जा चुका है. पंकज सिंह सेना और मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस(एमईएस) में बहाली कराने के लिए एमईएस आईबी बंगले में कार्यरत शौकत अली की मदद लेता था. आईबी बंगले में वो फर्जी वर्दी पहनकर मेडिकल और टेस्ट लिया करता था. इसके एवज में युवकों से पैसे लिया करता था. पंकज सिंह की गिरफ्तारी के बाद से शौकत अली फरार चल रहा था. आर्मी इंटेलिजेंस पदाधिकारी के मुताबिक पंकज सिंह 130 से ज्यादा लोगों से रोजगार दिलवाने के नाम पर पैसे ले चुका है.


6 राज्यों पंकज सिंह सक्रिया था गिरोह
आर्मी इंटेलिजेंस पदाधिकारी ने बताया कि पंकज सिंह 6 राज्यों में सक्रिय था, जिसमें जम्मू कश्मिर, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में एजेंट तैयार किए हुए थे. सभी राज्यों से 10 लड़कों का एजेंट एक ग्रुप तैयार करता था. दस एजेंट का एक लीडर ही सभी को मैनेज करता था और सभी से अपने-अपने क्षेत्रों में बेरोजगार युवकों को सेना में बहाली के नाम पर ऑनलाइन पेमेंट करवाता था.

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