नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में पुलिस ने झाड़-फूंक के जरिए इलाज करने के नाम पर कथित रूप से लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के आरोप में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दावा किया है कि यह घटना गौतमन पुरवा गांव में हुई, जहां एक दलित परिवार के सदस्य पिछले कुछ महीनों से ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव में थे. सहायक पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग इलाके में अवैध धर्मांतरण गतिविधियों में शामिल हैं. जब पुलिस दल ने गांव का दौरा किया, तो पाया कि मुन्नी लाल रावत के घर पर एक प्रार्थना सभा चल रही थी, जहां कुछ लोग स्थानीय ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसा रहे थे.
पुलिस ने मौके से कई चीजें जब्त कीं, जिसमें बाइबल, धार्मिक साहित्य, संगीत वाद्ययंत्र, मिठाइयां और बच्चों के लिए उपहार शामिल थे. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में परशुराम, गोकर्ण, मुन्नीलाल, मंजू, बबलू, विद्यावती, शिवांशी और दो अन्य लोग शामिल हैं. अधिकारी ने बताया कि ये लोग झाड़-फूंक के माध्यम से लोगों का इलाज करने के बहाने उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहे थे. इस मामले में आरोपियों के खिलाफ ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम’ के तहत कानूनी कार्रवाई की गई है.