जामताड़ा : साइबर अपराध के विरुद्ध जामताड़ा साइबर थाना पुलिस की लगातार कार्रवाई में शुक्रवार को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर, जयन्त तिर्की के नेतृत्व में एसआई प्रकाश सेठ, प्रशांत कुमार, एएसआई हिन्दु उराँव व अन्य पुलिसकर्मी को शामिल करते हुए करमाटांड़ थानान्तर्गत ग्राम काशीटांड़, चन्दरूडीह एवं नारायणपुर थानान्तर्गत ग्राम नावाडीह में साइबर अपराधियों के विरुद्ध छापामारी किया गया। मामले का खुलासा एसपी डॉक्टर एहतेशाम वाकरीब ने साइबर थाना में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया। एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि उपरोक्त स्थलों पर साइबर अपराधियों का जमाबरा हुआ है और यह लोग ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं। उसके बाद टीम गठित करते हुए छापेमारी की गई जहां से फुरकान अंसारी, महबुब अंसारी, फरहान असारी, तनीफ हुसैन, चन्दरूडीह चारों थाना करमाटांड़ वही अरशद असारी, अबुल हसन, दोनों ग्राम नावाडीह, थाना नारायणपुर को फर्जी मोबाईल, सिमकार्ड, एटीएम कार्ड, चेकबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, मोटरसाईकिल के साथ पकड़ा गया। बताया कि इस संबंध में इनके विरुद्ध जामताड़ा साइबर अपराध थाना कांड संख्या 77/24 दर्ज किया गया है। शुक्रवार को सभी अभियुक्त का मेडिकल जांच करवा कर जामताड़ा कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभीरक्षा में सभी को मंडल कारा जामताड़ा भेज दिया गया है। इन अपराधियों के पास से कुल 16 मोबाईल, 18 फर्जी सिमकार्ड, 3 एटीएम कार्ड, 02 चेकबुक, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड एवं एक मोटरसाईकिल बरामद किया गया है।
एसपी ने बताया कि यह सभी अपराधकर्मी कस्टमर सपोर्ट एप का फाइल लोगों को भेजते है, कस्टमर द्वारा इंस्टॉल करने पर उनका खाता नम्बर यूपीआई से लिंक होने पर उनके खाता से पैसा ठगी करते हैं। साथ ही गूगल में टाटा कार्ड लिखकर लॉगिन करते है एवं कोई 10 डिजिट नंबर डालकर वैलिड क्रेडिट कार्ड नंबर के धारक का पता लगाकर उनकों कॉल कर अपने झांसा में लेकर साईबर ठगी करना। तथा पीएम योजना का लाभ दिलाने हेतु एपीके फाइल को लाभार्थी को भेजते है तथा इंस्टॉल करने तथा एलाउ करने पर उनके मोबाइल का स्क्रिन शेयर अपराधी के पास चला जाता है उसी दौरान साइबर ठगी करता था। इन अपराधियों का कार्यक्षेत्र मुलत: पश्चिम बंगाल, बिहार, आन्ध्रप्रदेश, महाराष्ट्र है।