रांची : 1971 भारत-पाक युद्ध के में दुश्मनों की गोलियां खाने वाले बिहार रेजिमेंट के पूर्व सैनिक पोदना बालमुचू 20 दिसंबर को विधानसभा मार्च करेंगे. राष्ट्रीय युवा शक्ति से जुड़े युवाओं ने उनका समर्थन करने का निर्णय लिया है. बता दें कि 81 साल के पोदना बालमुचू पिछले 14 दिनों से राजभवन के पास धरने पर बैठे है. वह बिहार रेजिमेंट के सिपाही है जो उम्र के इस पड़ाव पर अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहे है. हैं. वे 3 दिसंबर 2023 से अपनी 75 वर्षीय पत्नी सुमी बलमुचू और बेटे-बेटियों के साथ धरने पर बैठे हैं. जब 15 दिनों तक सरकार के नुमाइंदों और सत्ताधारी दलों के नेताओं ने उनकी सुध नहीं ली, तो अब सरकार को जगाने के लिए उन्होंने 20 दिसंबर को विधानसभा मार्च का ऐलान किया है.

युद्ध में लगी थी दो गोलियां

1971 के युद्ध के गवाह बिहार रेजिमेंट के कांस्टेबल पोदना बालमुचू को बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान दो गोलियां लगी थी. इसके बाद, उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने रिटायरमेंट ले ली. पूर्व सैनिक ने कहा कि उनकी पत्नी को नौकरी, पेंशन और जमीन देने की बात हुई थी. आज उन्हें पेंशन देने से भी इनकार कर दिया गया. 13 मार्च 2023 को उन्होंने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की थी. सीएम ने भी उन्हें पेंशन और जमीन देने का आश्वासन दिया था. लेकिन आज तक उन्होंने वादा पूरा नहीं किया है.

 

 

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