नई दिल्ली। 100 करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा पार करने के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए देशवासियों को बधाई दी साथ ही उन्होंने कहा कि त्योहारों में हमें और सतर्क व सजग होने की जरूरत है। आइए जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने 100 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगा दी है, लेकिन त्योहार आ रहे हैं इसलिए हमें और भी ज्यादा सजग होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कवच कितना भी आधुनिक हो, कितना भी उत्तम हो। जब तक युद्ध चल रहा है हथियार नहीं डाले जाते। कहा कि जैसे जूते पहनकर बाहर जाने की आदत लग गई है, वैसे ही मास्क को भी आदत बना लें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महामारी के शुरुआत में लोगों को आशंका थी कि भारत जैसे देश में इस महामारी से लड़ना मुश्किल होगा। यह कहा जा रहा था कि इतना संयम, इतना अनुशासन यहां कैसे चलेगा, लेकिन हमारे लिए लोकतंत्र का मतलब है सबका साथ। इसलिए मुफ्त वैक्सीन का अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा कि देश का एक ही मंत्र रहा कि बीमारी भेदभाव नहीं करती इसलिए वैक्सीन में भेदभाव नहीं हो सकता है। वैक्सीनेशन अभियान में वीआईपी कल्चर हावी नहीं होने दिया गया। कोई कितने भी बड़े पद पर न रहा हो। सुनिश्चित किया गया कि वैक्सीन सामान्य नागरिक की तरह ही मिले।
पीएम ने कहा कि पहले मेड इन ये कंट्री वो कंट्री… इसी का बोलबाला था। आज देशवासी यह साक्षात अनुभव कर रहा है कि मेड इन इंडिया की ताकत बड़ी होती है। हर छोटी से छोटी चीज मेड इन इंडिया हो, जिसे बनाने में किसी भारतवासी का पसीना बना हो, उसे खरीदना चाहिए। भारत में बनी चीज खरीदना, वोकल फॉर लोकल हमें व्यवहार में लाना होगा। सबके प्रयास से हम यह भी करके रहेंगे।
राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली दीपावली में लोगों के मन में कोरोना को लेकर एक तनाव था, लेकिन इस बार 100 करोड़ वैक्सीनेशन से सभी के मन में विश्वास पैदा हुआ है।
पीएम ने कहा कि कोरोना काल में कृषि क्षेत्र ने हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूती से संभाले रखा। आज रिकॉर्ड लेवल पर अनाज की खरीद हो रही है। किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे जा रहे हैं। वैक्सीन के बढ़ते कवरेज के साथ हर क्षेत्र में सकारात्मक गतिविधियां तेज हो रही हैं।
कोविड-19 वैक्सीन को लेकर बनाए गए कोविन प्लेटफॉर्म पर पीएम ने कहा कि हमारे देश ने कोविन प्लेटफॉर्म की जो व्यवस्था बनाई है, वो भी विश्व में आकर्षण का केंद्र है। भारत में बने कोविन प्लेटफॉर्म ने न केवल आम लोगों को सहुलियत दी, बल्कि मेडिकल स्टाफ के काम को भी आसान बनाया है।