डोडा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आयोजित एक महत्वपूर्ण चुनावी रैली को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की और विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया. यह डोडा में 42 सालों में पहली बार था, जब किसी प्रधानमंत्री ने जनसभा की.

परिवारवाद की आलोचना

उन्होंने जम्मू-कश्मीर में परिवारवाद को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राजनीतिक दलों ने केवल अपने परिवारों की चिंता की, न कि जनता के युवाओं की. इस बार के चुनाव को उन्होंने तीन खानदानों और जम्मू-कश्मीर के युवाओं के बीच की लड़ाई बताया.

विपक्षी दलों पर हमला

पीएम मोदी ने विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दल परिवारवाद को बढ़ावा देते रहे और जम्मू-कश्मीर में नए नेतृत्व को उभरने का मौका नहीं दिया. उन्होंने कहा कि इन दलों ने जम्मू-कश्मीर में पंचायत और स्थानीय चुनावों को लंबे समय तक टालते रहे.

अंतिम सांसें गिन रहा आतंकवाद

पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है और इस परिवर्तन का श्रेय उनकी सरकार की पिछले 10 सालों की मेहनत को दिया. उन्होंने बताया कि पहले दिन ढलते ही अघोषित कर्फ्यू लग जाता था,  जबकि अब स्थिति में सुधार हुआ है.

भीड़ की सराहना

पीएम मोदी ने डोडा, किश्तवाड़ और रामबन से आई भीड़ की सराहना की और कहा कि उनके उत्साह और समर्थन से वह दोगुनी मेहनत करेंगे. उन्होंने आश्वासन दिया कि मिलकर एक सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर का निर्माण किया जाएगा.

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भाजपा की भूमिका और भविष्य के वादे

उन्होंने कहा कि भाजपा ही जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाएगी और जनता को उन लोगों से सावधान रहने की सलाह दी जिन्होंने उनके अधिकारों को छीनने का प्रयास किया है. माना जा रहा है कि यह रैली प्रधानमंत्री मोदी के लिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि उन्होंने इसमें सरकार की उपलब्धियों को उजागर करने के साथ-साथ विपक्षी दलों की आलोचना की और भविष्य के चुनावों में भाजपा के विजयी होने का आह्वान किया.

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