नई दिल्ली : द्वारका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के लिए शनिवार को तारीख का ऐलान हो गया. पीएम मोदी 11 मार्च को द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक्सप्रेस-वे का गुरुग्राम सेक्शन वाहनों के लिए खुल जाएगा.लगभग 9000 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा द्वारका एक्सप्रेस-वे चार चरणों में बनाया जा रहा है.
इनमें से चरण तीन दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर से बसई ROB तक और चार बसई ROB से NH-48 तक गुरुग्राम में हैं और इनकी लंबाई 19 किलोमीटर है. चरण एक (महिंद्रपालपुर से द्वारका सेक्टर 21 तक) और दो (द्वारका सेक्टर 21 से दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर तक) दिल्ली में हैं और इनकी लंबाई लगभग 10 किलोमीटर है.
द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली और गुड़गांव को जोड़ने वाला तीसरा सीधा रास्ता है, जो पहले से मौजूद NH-8 और मेहरौली-गुड़गांव रोड के बाद बनाया जा रहा है. यह एक 16 लेन का हाईवे होगा, जिसे हाई-स्पीड गाड़ियों के लिए बनाया जा रहा है और रास्ते में किसी भी तरह का ट्रैफिक सिग्नल नहीं होगा. यह दिल्ली में शिव मूर्ति से शुरू होकर गुड़गांव में खेड़की दौला तक जाएगा. इस एक्सप्रेसवे का 18.9 किलोमीटर का हिस्सा गुड़गांव में और शेष 10.1 किलोमीटर दिल्ली में होगा.
यह आधुनिक इंजीनियरिंग का एक शानदार उदाहरण होगा. इसमें 8 लेन की हाई-स्पीड सड़क, दोनों तरफ तीन-तीन लेन की सर्विस लेन, प्रमुख चौराहों पर कई अंडरपास और ऊपर से निकलने वाले रास्ते होंगे. साथ ही, द्वारका एक्सप्रेसवे नया गुड़गांव, द्वारका के सेक्टर 25 में बन रहे इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC) तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा. यह 8 लेन की छोटी सुरंग के माध्यम से IGI हवाई अड्डे के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी प्रदान करेगा. एक्सप्रेसवे की रणनीतिक स्थिति यह सुनिश्चित करती है कि रेलवे स्टेशन, बिजवासन, NH-8 और साउथर्न पेरिफेरल रोड (SPR) से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी.