नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा का जवाब देंगे। प्रधानमंत्री दोपहर 4 बजे के बीच सदन में संबोधन कर सकते हैं। इसके पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मणिपुर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सदन में तीखा वार-पलटवार देखने को मिला है।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी के मणिपुर न जाने को लेकर उठाया था सवाल
बुधवार को कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लिया। मोदी सरनेम मामले में सांसदी बहाल होने के बाद राहुल गांधी का सदन में ये पहला संबोधन था। इस दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने पीएम मोदी के मणिपुर न जाने को लेकर सवाल उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए, क्योंकि वे इसे भारत का हिस्सा नहीं मानते। बीजेपी ने मणिपुर को विभाजित कर दिया है।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी और अडानी की तस्वीर सदन में दिखाई थी और उनकी तुलना रावण से की थी। राहुल ने कहा, रावण सिर्फ दो लोगों- मेघनाद और कुंभकर्ण की बात सुनता था, उसी तरह पीएम मोदी भी सिर्फ अमित शाह और अडानी की बात सुनते हैं।
‘मणिपुर के लोगों को मारकर भारत की हत्या’
राहुल ने हमला बोलते हुए कहा था, “आपने मणिपुर के लोगों को मारकर भारत की हत्या की है। आप देशद्रोही हैं, आप देशभक्त नहीं हैं। मेरी मां यहां बैठी है। दूसरी मां को आपने मणिपुर में मारा है। लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, लंका को रावण के अहंकार ने जलाया था। राम ने रावण को नहीं मारा था बल्कि रावण के अहंकार ने उसको मारा था। आप पूरे देश में केरोसिन डाल रहे हो। आप पूरे देश को जलाने में लगे हो। आप पूरे देश में भारत माता की हत्या कर रहे हो।”
राहुल गांधी पर सदन के समय फ्लाइंग किस देने का आरोप
राहुल गांधी के भाषण खत्म होने के बाद बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने तीखा हमला बोला था। ईरानी ने कहा था, जब राहुल गांधी ने भारत माता की हत्या की बात की तो विपक्ष के सदस्य तालियां बजा रहे थे। यही नहीं, उन्होंने राहुल गांधी पर सदन के समय फ्लाइंग किस देने का आरोप लगाया। बीजेपी की महिला सांसदों ने ‘फ्लाइंग किस’ को लेकर स्पीकर से शिकायत की है।
इसके पहले मंगलवार को कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने विपक्ष की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की थी। गोगोई ने संबोधन में कहा था कि यह अविश्वास प्रस्ताव संख्या के बारे में नहीं है। यह मणिपुर को न्याय के लिए है। हम मणिपुर पर पीएम मोदी का मौन व्रत तोड़ना चाहते हैं।