Joharlive Desk

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोराेना वायरस के खतरे से निपटने के लिए सभी तरह की आवश्यक तैयारियों और चिकित्सा सुविधाओं तथा एहतियातन उठाये जाने वाले कदमों की शनिवार को उच्च-स्तरीय समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, विदेश मंत्री एस जयशंकर, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, मंत्रिमंडल सचिव राजीव गाैबा, नीति आयोग के सदस्य डॉ विनोद के पॉल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत भी मौजूद थे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग, नागरिक उड्डयन, गृह मंत्रालय और औषधि विभाग के सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित थे।
स्वास्थ्य सचिव ने बैठक में कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों और उठाये गये कदमों की जानकारी दी और विदेशों से आने वाले लोगों पर नजर रखने, प्रयोगशालाओं की जरूरत और अस्पतालों में सुविधाएं उपलब्ध कराने आदि पर बल दिया। औषधि विभाग के सचिव ने देश में दवाओं की उपलब्धता आदि की जानकारी दी।

श्री हर्षवर्धन ने देश के सभी राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करने पर बल दिया और अस्पतालों में कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए अलग बेड उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित किया। श्री पॉल ने भी कहा कि अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।
श्री मोदी ने सभी विभागों द्वारा उठाये गये कदमों की सराहना करते हुए कहा कि भारत को इस जानलेवा रोग से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को आपस में मिल-जुलकर काम करने और समन्वय स्थापित करने तथा इस रोग के बारे में लोगों में जागरुकता फैलाने और एयतियाती कदम उठाने की आवश्यकता है।
श्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए दुनिया भर में जो कदम उठाये जा रहे हैं उससे भी सीखने और उसे अपनाने की अावश्यकता है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से भीड़भाड़ वाले इलाके से दूर रहने और एहतियात बरतने की सलाह दी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ईरान से भारतीयों काे जल्द निकाला जाए और इस रोग के संदिग्ध मरीजों की जितना जल्द हो सके, जांच की जाए।

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