नई दिल्‍ली : आज देश स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा हुआ है। 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 10वीं बार तिरंगा फहराया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने लाल किले से देशवासियों को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने जातीय हिंसा की आग झेल रहे मणिपुर का भी जिक्र किया।

पीएम मोदी ने मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा, पिछले कुछ सप्ताह से नॉर्थ ईस्ट विशेषकर मणिपुर में हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ, लेकिन लगातार कुछ दिनों से शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है।

मणिपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील

पीएम मोदी ने आगे कहा, मणिपुर के लोगों ने पिछले कुछ दिनों से शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं। शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर उन समस्याओं के लिए मिलकर समाधान कर रही है और करती रहेगी।

भाषण में हजार साल की गुलामी का किया जिक्र

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इतिहास की बात करते हुए 1000 साल की गुलामी का जिक्र किया और कहा, आज से हजार-बारह सौ साल पहले इस देश पर आक्रमण हुआ। एक छोटे से राज्य के छोटे से राजा की पराजय हुई। तब हमें पता भी नहीं था कि एक घटना भारत को हजार साल की गुलामी में फंसा देगी। हम गुलामी में जकड़ते गए। जो आया लूटता गया। जिसका मन आया हम पर सवार हो गया। कैसा विकृत काल रहा होगा? देशवासियों घटना छोटी क्यों न हो, लेकिन हजार साल तक प्रभाव छोड़कर रहेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इतिहास की बात करते हुए 1000 साल की गुलामी का जिक्र किया और कहा, आज से हजार-बारह सौ साल पहले इस देश पर आक्रमण हुआ। एक छोटे से राज्य के छोटे से राजा की पराजय हुई। तब हमें पता भी नहीं था कि एक घटना भारत को हजार साल की गुलामी में फंसा देगी। हम गुलामी में जकड़ते गए। जो आया लूटता गया। जिसका मन आया हम पर सवार हो गया। कैसा विकृत काल रहा होगा? देशवासियों घटना छोटी क्यों न हो, लेकिन हजार साल तक प्रभाव छोड़कर रहेगी।

आज जो करेंगे, हजार साल तक होगा असर- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने ये बताया कि उन्होंने हजार साल के जिक्र की वजह बताई और कहा, हम सौभाग्यशाली हैं कि इस अमृतकाल में प्रवेश कर रहे हैं। इस कालखंड में हम जितना काम करेंगे, जो कदम उठाएंगे, जितना त्याग करेंगे, सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय जो फैसले लेंगे, आने वाले एक हजार साल का देश का स्वर्णिम इतिहास उसके अंकुरित होने वाला है। इस कालखंड में होने वाली घटनाएं एक हजार तक प्रभाव पैदा करने वाली हैं।

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