नई दिल्ली: पीएम मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वंदे भारत आधुनिक भारतीय रेलवे का नया चेहरा है. उन्होंने बताया कि आज शहरों और रूट्स पर वंदे भारत की मांग बढ़ रही है. हाई-स्पीड ट्रेनों से व्यापार, रोजगार और सपनों के विस्तार का भरोसा बढ़ता है. वर्तमान में देशभर में 102 वंदे भारत रेलवे सेवाएं संचालित हो रही हैं.
पीएम मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करते हुए, अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस मेरठ-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु, और चेन्नई-नागरकोइल तीन मार्गों की कनेक्टिविटी को सुधारेंगी. मेरठ-सिटी-लखनऊ वंदे भारत से यात्रा समय में लगभग 1 घंटा, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत से 2 घंटे, और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत से डेढ़ घंटे की बचत होगी.
पीएम मोदी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनें जहां भी संचालित होती हैं, वहां पर्यटन में वृद्धि होती है, जिससे स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलता है और रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं. उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दक्षिण के राज्यों का तेज विकास आवश्यक है. दक्षिण भारत में अपार संसाधन और अवसर हैं. तमिलनाडु और कर्नाटक समेत पूरे दक्षिण का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है. बीते 10 वर्षों में इन राज्यों में रेलवे की विकास यात्रा इसका उदाहरण है.
उन्होंने बताया कि इस साल के बजट में तमिलनाडु को 6 हजार करोड़ रुपये से अधिक रेलवे बजट दिया गया है, जो 2014 की तुलना में 7 गुना अधिक है. इसी तरह कर्नाटक के लिए 7 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटित किया गया है, जो 2014 की तुलना में 9 गुना अधिक है. आज मेरठ-लखनऊ रूट पर वंदे भारत ट्रेन के जरिए यूपी और खासकर पश्चिमी यूपी के लोगों को भी खुशखबरी मिली है. मेरठ और पश्चिमी यूपी की क्रांति की धरती है, और आज यह क्षेत्र विकास की नई क्रांति का साक्षी बन रहा है.