रांचीः उग्रवादी संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के रंगदारी के पैसे बाजार में निवेश करने वाले निवेश कुमार ध्रुव कुमार, शुभम पोद्दार और एक महिला को बुधवार को रांची पुलिस लेकर लौट आई. चारों को रांची पुलिस की सूचना पर बक्सर से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 12 लाख रुपये के अलावा 14 मोबाइल भी बरामद किए थे.
बता दें कि पुलिस ने निवेश के रांची स्थित घर से 62 लाख रुपये बरामद किए थे. चारों आरोपियों से रांची पुलिस की कई टीमें पूछताछ कर रही हैं. जिसमें पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. पुलिस को पता चला कि निवेश अपने एक साथी के पास पीएलएफआई को देने वाला हथियार छिपा कर रखा है. पुलिस बुधवार देर शाम निवेश की निशानदेही पर छापेमारी कर रही है.
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम और सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि पूछताछ में निवेश के विदेशी कनेक्शन की भी जानकारी मिली है. उसके मोबाइल से कई ऐसे हथियार की तस्वीरें मिली हैं, जो झारखंड पुलिस के पास भी नहीं है. निवेश विदेशी हथियार दिनेश गोप के लिए खरीदा है या फिर हथियारों की खेप पीएलएफआई तक पहुचने वाली है. आरोपी निवेश से पुलिस पूछताछ कर रही है. यह भी पता किया जा रहा है कि पाकिस्तान और चीन समेत अन्य देशों में निवेश ने किन-किन लोगों से संपर्क किया है. उसके मोबाइल की भी जांच की जा रही है.
निवेश ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि रांची पुलिस से बचने के बाद वह कोलकाता चला गया था. वहां से वह दिल्ली गया. उसे सूचना मिली कि उसे गिरफ्तार करने के लिए झारखंड पुलिस दिल्ली आई है. उसके बाद वह महिला एवं दो सहयोगी के साथ दिल्ली से भाग निकला. मोबाइल लोकेशन के आधार पर रांची पुलिस के सहयोग से बक्सर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके पास से वेस्ट बंगाल नंबर की एमजी हेक्टर(डब्ल्यू 02ऐपी 2754) कार और 19 मोबाइल एवं दो दर्जन से अधिक विभिन्न कंपनी का सिम कार्ड जब्त किया है.
रांची पुलिस की सूचना पर बिहार से गिरफ्तार पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश के मोबाइल से स्विस राइफल सहित दर्जनों हथियारों की तस्वीर मिली है. उनमें से एके 47 और मोटार जैसे हथियार पीएलएफआइ तक पहुंचा भी दिया गया है. पुलिस को पहले भी सूचना मिली थी कि निवेश के जरिए दिनेश गोप ने विदेशी हथियार मंगवाए हैं. तस्वीर के आधार पर रांची पुलिस स्विस राइफल सहित दूसरे हथियार की तलाश में जुटी हुई है.