रांची। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को हवाई जहाज से रांची लाया गया है. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को गुप्त स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है. हालांकि सुरक्षा दृष्टिकोण से किस जगह पर पूछताछ की जा रही है इसको बताने से पुलिस अधिकारी परहेज कर रहे हैं आपको बता दें कि शनिवार शाम को ही नेपाल से पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को गिरफ्तार किया गया था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को झारखंड के प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के फरार स्वयंभू सुप्रीमो को गिरफ्तार कर लिया. उसे नई दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था.
झारखंड में खूंटी जिले के दिनेश गोप उर्फ कुलदीप यादव उर्फ बडकू के खिलाफ पहले एनआईए ने नोटबंदी की गई रुपये की बरामदगी से संबंधित मामले (आरसी-02/2018/एनआईए/डीएलआई) में चार्जशीट किया था. पीएलएफआई के कार्यकर्ताओं से 25.38 लाख रु. उक्त मामले में वह फरार था, पीएलएफआई के खिलाफ एनआईए रांची शाखा द्वारा जांच किए जा रहे दो मामलों में से एक था.
एनआईए की जांच के अनुसार, आरोपी दिनेश गोप के खिलाफ झारखंड, बिहार और ओडिशा राज्यों में 102 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से अधिकांश मामले हत्या, अपहरण, धमकी, जबरन वसूली और पीएलएफआई के लिए धन जुटाने से संबंधित हैं, जो झारखंड में 2007 में गठित एक उग्रवादी माओवादी संगठन है और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी (सीपीआई-माओवादी) का एक अलग समूह भी है.
एनआईए ने दिनेश के सुराग के लिए पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था. झारखंड सरकार ने 25 लाख की घोषणा की. वह करीब दो दशक से फरार चल रहा था.
3 फरवरी 2022 को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदरी पुलिस थाने के वन क्षेत्र में दिनेश के नेतृत्व वाले पीएलएफआई दस्ते और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में कई राउंड फायरिंग हुई, इससे पहले कि नक्सली जंगल में घुस गए और दिनेश गोप भागने में सफल रहे. तब से वह फरार चल रहा था, और झारखंड में पीएलएफआई के गढ़ को फिर से स्थापित करने के लिए सभी प्रयास करते हुए अलग-अलग जगहों पर शरण ले रहा था.