रांची। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ निवेश पोद्दार की साठगांठ मामले में आज नया मोड़ आया है। इस पूरे प्रकरण में आज पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है। जिसमें दिनेश गोप ने स्पष्ट किया है कि निवेश पोद्दार और अन्य लोगों का पीएलएफआई से कोई संबंध नहीं है।दिनेश गोप ने कहा… “निवेश पोद्दार एवं अन्य लोगों का पार्टी से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं। बेवजह का पार्टी में घसीटा जा रहा है। बरामद गाड़ी और 72 लाख रुपये उनका अपना है। कोई कारोबारी हो सकता है। हो सकता है ठगी का काम करता है। कहीं किसी को ठगा होगा। बेवजह मीडियाबाजी कर निवेश को हीरो बनाया जा रहा है। बंगलादेशी लड़की अंजली उर्फ फातिमा का सुप्रीमो से कोई संबंध नहीं है।”

यहां याद दिला दें कि गुजरे 7 दिनों में रांची पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। रांची पुलिस कप्‍तान सुरेंद्र कुमार झा, रूरल एसपी मो. नौशाद आलम और सिटी एसपी सौरभ की देखरेख में कुल 9 लोग पकड़ गये। पकड़े गये लोगों में निवेश कुमार, शुभम पोद्दार, ध्रुव कुमार सिंह, अमीर चन्‍द, आर्या कुमार सिंह, उज्‍जवल कुमार उर्फ लिपु, प्रवीण कुमार और सुभाष पोद्दार उर्फ सुभाष पासवान शामिल है। वहीं निवेश कुमार की प्रेमिका अंजली उर्फ लिली उर्फ फातिमा दिल्ली में पकड़ी गई। इनके पास से क्रमश: 3 लाख 50 हजार, फिर 61 लाख 31 हजार 5 सौ और फिर 12 लाख 21 हजार 710 रुपये नगद मिले। मतलब कुल 76 लाख रुपये जब्त किये गये थे। वहीं उम्‍दा किस्‍म के हथियार, जिंदा गोलियां, मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, विभिन्‍न कंपनियों के बहुत सारे सीम सहित कई सारे सामान मिले। पुलिस तक हक्‍का-बक्‍का रह गई, जब इनके मोबाइल फोन में कैद एक से बढ़कर एक विदेशी हथियारों की तस्‍वीरें पाई। मिले साक्ष्‍य, सबूत और तथ्‍यों के आधार पर पुलिस ने दावा किया था कि उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का इंटर स्‍टेट आर्म्‍स सप्‍लायर गैंग से गहरा ताल्‍लुकात है। पुलिस इस बिंदु पर आगे की कार्रवाई कर रही है। हथियार का एक फोटो ऐसा भी मिला था, जिसका इस्‍तेमाल पाक के आतंकी भी किया करते हैं।

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