Joharlive Team
रांची। बड़कागांव स्थित त्रिवेणी कंपनी के जीएम एचआर गोपाल सिंह की हत्या का जिम्मा पीएलएफआई(पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) संगठन ने लिया है। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की ओर से पत्र जारी कर पत्रकारों को जानकारी दी गयी। पत्र के जरिये पीएलएफआई सुप्रीमो ने हत्या का कारण बताया है कि गोपाल सिंह गरीब किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा, खेती पर बुल्डोजर चलवाया, बाहरी लोगों को नौकरी लगाया। इसके अलावा संगठन के नाम पर करोड़ों कंपनी से वसूली और एक माह के अंदर दिनेश गोप को मारने की धमकी दिया था। वहीं पत्र में पीएलएफआई ने खुद को गरीब गुरबों का रक्षक बताया है। हालांकि, अभी तक इस हत्या मामले में पुलिस को अपराधियों के बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी हुई है। ताकि, शूटर का चेहरा बेनकाब हो सकें।
क्या है मामला
सदर थाना के जुलू पार्क में जीएम गोपाल सिंह की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना एनटीपीसी के गेस्ट हाउस से 100 मीटर आगे घटी है। गोपाल ऑटो से किसी से मिलने के लिए जुलू पार्क पहुंचे थे। बताया जाता है कि यहां करीब आधा घंटा बिताने के बाद वापस ऑटो से लौटने वाले थे। जैसे ही वह ऑटो में बैठे तभी किसी अज्ञात अपराधी ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। आसपास के लोगों ने गोली चलने की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटना स्थल से देसी पिस्टल भी बरामद की है।
आखिर बिना बॉडीगार्ड के क्यों निकले
गोपाल सिंह मटवारी के माधवन अपार्टमेंट में रहते थे। वहां से जुलू पार्क एक किमी है, पर किस कारण से वह सुरक्षा को छोड़कर ऑटो लेकर जुलू पार्क पहुंचे थे। वहां से उतर कर पैदल ही जुलू पाक गए थे। आधे घंटे के बाद फिर ऑटो को बुलाया था। जबकि, जीएम खुद बॉडीगार्ड के साथ चलते थे। वहीं पुलिस की सुरक्षा भी मिली थी। फिर भी वह रात में अकेले ही किसी से मिलने पहुंचे थे।
पिस्टल में लिखा है पीएलएफआई
गोपाल सिंह को जिस अपराधी ने गोली मारी वह जुलू पार्क में एक दुकान पर पहले से घात लगाए खड़ा था। जैसे ही गोपाल ऑटो में बैठे उसने ऑटो में आकर बेहद करीब से गोपाल पर गोली चला दी और पिस्टल फेंककर फरार हो गया। पुलिस ने जिस पिस्टल को बरामद किया है उस पर उग्रवादी संगठन पीएलएफआई लिखा है।