औरंगाबाद। सुरक्षा बलों पर हमले की योजना बना रहे नक्सलियों के मंसूबों को औरंगाबाद की कोबरा एवं जिला पुलिस बल के जवानों ने एक बार फिर नाकाम कर नक्सलियों को भागने पर मजबूर कर दिया है। मदनपुर स्थित नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लडूइया पहाड़ एवं आसपास के क्षेत्रों में कांबिंग ऑपरेशन चलाया गया।
एसपी कांतेश कुमार मिश्र व कोबरा 205 के समादेष्टा कैलाश की सूझ-बूझ एवं कुशल रणनीति से यह सफलता मिली। इस दौरान जंगलों में नक्सलियों द्वारा छुपाकर रखे गए भारी मात्रा में असलहों को बरामद किया गया। इस दौरान वर्ष 2010 में टंडवा थाना से लूटे गये हथियार भी बरामद किया गया।
संयुक्त छापेमारी अभियान में की कार्रवाई
सीआरपीएफ से मिली जानकारी के अनुसार, जिला पुलिस और कोबरा बटालियन के संयुक्त छापेमारी अभियान के दौरान 14 हथियार, 21 केन बम, 623 डेटोनेटर, 21 स्वीच, 50 मीटर कोडेक्स वायर समेत अन्य सामान की बरमदगी की गई है।
अत्याधुनिक हथियार भी हुए बरामद
बरामद हथियारों में दो अत्याधुनिक, तीन देशी राइफल, आठ पिस्टल, एक कार्बाइन शामिल है। बरामद हथियार पुलिस से लूटे हुए बताए जा रहे हैं। बताया गया कि छापेमारी टीम जब लडुइया पहाड़ पर पहुंची तो नक्सलियों के ठिकाने पर सामान छिपे होने की जानकारी मिली थी।
इसके बाद नक्सलियों के ठिकाने को घेराबंदी कर हथियार और विस्फोटक सामान को बरामद किया गया।सीआरपीएफ के अनुसार, नक्सलियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। नक्सलियों की गिरफ्तारी और जंगल में छिपा कर रखे गए हथियार, कारतूस, आइईडी बम समेत अन्य सामानों की बरामदगी के लिए सर्च आपरेशन जारी है।