पटना : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछड़ों की बात करने वाली और सिर्फ पिछड़ों से वोट लेने वाली हर सरकार ने गरीबों के अधिकारों का हनन किया है. आज बिहार में सबसे अधिक अशिक्षित बच्चे पिछड़े समुदाय से हैं. आपने सत्ता में भागीदारी मांगी थी, आपको गरीबी और भुखमरी में भागीदारी मिली.
प्रशांत किशोर ने कहा कि आज मैं इस मंच से आप सभी से हाथ जोड़कर निवेदन करने आया हूं कि किसी पार्टी या नेता का झंडा लेकर चलने के बजाय अपना फायदा देखें, अपने बच्चों का फायदा देखें, तभी आपका भला होगा. उन्होंने कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में आप पहली बार देखेंगे कि किसी भी राजनीतिक मंच से कम से कम 75 लोग आपके समुदाय से विधायक का चुनाव लड़ेंगे. अगर हम पिछड़े समाज के लोगों को चुनाव लड़वाएंगे, तो हम उन्हें चुनाव लड़ने के लिए तैयार भी करेंगे और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जन सुराज उसके लिए अपनी पूरी ताकत और व्यवस्था लगाएगा.
प्रशांत किशोर ने घोषणा करते हुए कहा कि जन सुराज अपने फंड से हर साल अति पिछड़े समाज के 500 मेधावी बच्चों को शिक्षा मुहैया कराएगा. राज्य के हर जिले से 10 से 15 बच्चों का चयन किया जाएगा. अगर कोई छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना चाहता है तो जन सुराज ऐसे बच्चों को तैयारी में पूरी मदद करेगा.
प्रशांत किशोर ने लोगों से शिक्षा के प्रति जागरूक रहने की अपील करते हुए कहा कि पूरे बिहार के लोगों से मेरा अनुरोध है कि भले ही वे आधा खाना खाएं, लेकिन अपने बच्चों को शिक्षा जरूर दिलाएं. जब तक आप अपने बच्चों को शिक्षा नहीं देंगे तब तक आप और आपके बच्चे आगे नहीं बढ़ सकते. नेताओं के लिए नारे लगाने से काम नहीं चलेगा, आपको अपने बच्चों के लिए खड़ा होना होगा तभी समाज में सुधार होगा.
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