Joharlive Special
रांची। राजधानी की सड़क या अवैध ऑटो स्टैंड से सवारी उठाना अब पड़ सकता है महंगा। ऑटो रोककर सवारी उठाने वालों पर अब डंडा चलाने की तैयारी चल रही है। ट्रैफिक पुलिस अवैध ऑटो स्टैंड या सड़क से सवारी उठाने वालों पर डंडा चलाने के साथ साथ जुर्माना राशि वसूलने की तैयारी में है। यह राशि 1 लाख तक ट्रैफिक पुलिस वसूल सकती है। ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने नए मोटरयान अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के अनुसार अवैध ऑटो स्टैंड या सड़क से सवारी उठाते पकड़े जाने वाले ऑटो से एक लाख तक जुर्माना वसूला जाएगा। यह पहली बार में नहीं बल्कि तीसरी गलती में भरना पड़ सकता है। संशोधित मोटरयान अधिनियम 2019 की धारा 193 की अलग-अलग उपधारा का हवाला देते हुए आदेश जारी किया गया है।

क्या है नियमावली में

नए मोटर व्हीकल एक्ट में नियमावली के अनुसार पहली बार में एक हजार से लेकर एक लाख रुपये तक का जुर्माना वसूला जा सकता है। यह जुर्माना 25 हजार रुपये से कम नहीं होगी। इसके अलावा नियमों का उल्लंघन कराने वाले एजेंट या अन्य व्यक्ति से पांच हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। जल्द ही सभी ट्रैफिक पोस्ट के पदाधिकारी और पुलिसकर्मी इसे सख्ती से पालन करते हुए अभियान चलाएंगे। बता दें कि रांची नगर निगम की ओर से केवल तीन ही ऑटो स्टैंड चिह्नित हैं। जहां से सवारी उठाई और उतारी जा सकती है। इनमें रातू रोड न्यू मार्केट ऑटो स्टैंड, संत जेवियर कॉलेज के सामने और अरगोड़ा चौक मैदान के सामने ऑटो पड़ाव शामिल है। जबकि, सारे ऑटो स्टैंड अवैध हैं।

सड़क को बना दिया ऑटो स्टैंड

कांटाटोली चौक के समीप सड़क पर अवैध रूप से चालकों ने ऑटो स्टैंड बना दिया है। फ्लाईओवर की पाइलिंग के आसपास भी ऑटो खड़ी कर सवारी उठाई जाती है। इससे कांटाटोली से नामकुम, कांटाटोली से बहुबाजार और कांटाटोली से पुरुलिया रोड जाने वाले मार्गों में जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। हालांकि कांटाटोली चौक पर सुबह से देर शाम तक ट्रैफिक के जवान मौजूद रहते हैं। पुलिस अफसरों के निर्देश पर ट्रैफिक पुलिस ने कई बार कांटाटोली चौक से अवैध स्टैंड को हटाया। सप्ताह भर तक ऑटो नहीं लगने दिया जाता है। इसके बाद फिर से स्थिति वैसी ही बन जाती है।

न्यू मार्केट चौक पर सड़क खाली कराने के लिए चलाना पड़ता है डंडा

न्यू मार्केट चौक के पास सड़क पर सवारी उठाए जाने पर हमेशा जाम लगता है। यहां से जाम हटाने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को डंडा भांजना पड़ता है। ऑटो को हांक कर हटाने के बाद फिर पीछे से आने वाले ऑटो वही करते हैं। इस तरह हर पांच से दस मिनट में वहां जाम लगती है। ट्रैफिक सिग्नल खुलने के बावजूद वहां से लोग स्मूथली आगे नहीं बढ़ पाते है।

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