हमीरपुर : जिले के सुमेरपुर स्थित राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आंखों का इलाज कराने आयी एक युवती को ईयर ड्रॉप दे दिया गया. इसे डालते ही आंखों में इंफेक्शन बढ़ गया और चेहरा भी सूज गया. हालत गंभीर होने के कारण उसे कानपुर के सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया.
दरअसल, हमीरपुर जिले में सरकारी अस्पतालों का बुरा हाल है. आए दिन मरीजों के इलाज में गंभीर लापरवाही सामने आती रहती है. यहां एक युवती को आंख में दिक्कत हुई तो वह इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंची. वहां फार्मासिस्ट ने उसे आई ड्रॉप की जगह ईयर ड्रॉप दे दिया. आंखों में डालते ही उसकी हालत खराब हो गई. चेहरे पर सूजन और आंखें बंद होने से परिजनों के होश उड़ गए. बच्ची को तुरंत आनन फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. मामले को देख डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए.
जानकारी के मुताबिक, हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के विदोखर मेंदनी गांव निवासी राजेश कुशवाहा की बेटी रोशनी (21) की शादी हाल ही में तय हुई थी. घर में उनकी शादी की तैयारियां भी हो रही हैं. इसी बीच रोशनी की आंखों में दिक्कत बढ़ गई. उसकी आंखों में लालिमा और जलन होने पर वह और उसका भाई दीपक सुमेरपुर सिटी राजकीय प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पहुंचे, जहां ओपीडी में मौजूद डॉ. राहुल खरे ने उसकी आंखों की जांच की. दवा लिखने के अलावा, उन्होंने आंखों में डालने वाली एक आई ड्रॉप भी लिखीं.
परिवार के सदस्यों ने स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद फार्मासिस्टो से पर्चे में लिखी दवाएं और ड्रॉप्स ले लिए. रोशनी ने घर आते ही आंखों में ड्रॉप डाला तो उसकी आंखों में तकलीफ और बढ़ गई. उसका चेहरा सूज गया. उसकी भी आंखें बंद हो गईं. एंबुलेंस की मदद से परिजन रोशनी को अस्पताल ले गए, जहां उसने डॉक्टर को ड्रॉप दिखाया और बताया कि जैसे ही उसने इसे आंखों में डाला, उसका दर्द बढ़ गया. ड्रॉप देखकर डॉक्टर दंग रह गए, क्योंकि यह एक ईयर ड्रॉप है जिसका इस्तेमाल कान की समस्या होने पर किया जाता है.
रोशनी के भाई अजय कुशवाह ने बताया कि फार्मासिस्ट ने उसे यह ड्रॉप दिया था, जबकि डॉक्टर ने पर्चे पर आई ड्रॉप लिखा था. डॉ. राहुल खरे ने बताया कि उन्होंने दवा के साथ पर्चे पर सिर्फ आई ड्रॉप लिखा था, लेकिन फार्मासिस्ट ने गलती से उन्हें ईयर ड्रॉप दे दिया. इसलिए लड़की की आंखों में दिक्कत बढ़ गई है. प्रयोगशाला सहायक सालिगराम ने बताया कि फार्मासिस्ट ने इस मामले में लापरवाही बरती है. वहीं, फार्मासिस्ट अरविंद कुमार ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाओं के साथ केवल आई ड्रॉप ही दिया था, जिसे रजिस्टर में दर्ज किया गया था. इस लापरवाही के वजह से गलत ड्रॉप डालने के कारण उसकी आंखों में इन्फेक्शन हो गया है. आंखों की हालत देख डॉक्टर ने रोशनी को कानपुर रेफर कर दिया है.
नपेगा फार्मासिस्ट
जिला अस्पताल के नेत्र चिकित्सक सुरेश कुमार ने शनिवार को बताया कि रोशनी नाम की युवती की आंख में संक्रमण है. इससे उसकी आंखों की रोशनी जाने का खतरा बढ़ गया है. बताया गया कि जांच के बाद उन्होंने उसे कानपुर रेफर कर दिया. इधर सीएमओ डॉ. गीतम सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच सुमेरपुर पीएचसी के अधीक्षक से कराई गई है. इसमें फार्मासिस्ट की लापरवाही सामने आई है. बताया गया कि जांच रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय फार्मासिस्ट के खिलाफ जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जायेगी.
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