नई दिल्ली: 2000 रुपये के नोटों को बंद किए जाने के एक साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, अब भी 7000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के ये नोट सर्कुलेशन में मौजूद हैं. आरबीआई ने सोमवार को इस संबंध में एक ताजा अपडेट जारी करते हुए बताया कि अब तक सर्कुलेशन से बाहर किए गए 97% से अधिक नोट वापस आ चुके हैं. हालांकि, नोटों की वापसी की गति अब धीमी हो गई है. 1 जुलाई 2024 को, आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 7581 करोड़ रुपये के नोट अब भी बाजार में थे, जबकि 1 सितंबर तक ये आंकड़ा 7000 करोड़ से कम नहीं हो पाया. दो महीने के भीतर, केवल 320 करोड़ रुपये के नोट वापस आए हैं.

RBI ने कब और क्यों किए 2000 रुपये के नोट बंद?

19 मई 2023 को, आरबीआई ने क्लीन नोट पॉलिसीके तहत 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करने का ऐलान किया था. इसके बाद, 23 मई से 30 सितंबर 2023 तक नोटों को वापस करने के लिए समय दिया गया था. आरबीआई ने बताया कि अब भी लोग 2000 रुपये के नोट को जमा कर सकते हैं, लेकिन इसे केवल आरबीआई के 19 कार्यालयों या इंडिया पोस्ट के माध्यम से ही जमा किया जा सकता है.

कब हुए थे 2000 रुपये के नोट पेश?

नवंबर 2016 में, जब सरकार ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद किया था, तब 2000 रुपये के नोट पेश किए गए थे. इसके बाद, अन्य मूल्यवर्ग के नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने पर 2018-19 में 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी.

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