बोकारो : बोकारो स्टील प्लांट के निर्माण के बाद विस्थापित हुए 19 गांवों में से तीन गांवों बैंधमारा, धनघरी और वास्तेजी के करीब 12 हजार मतदाताओं ने ‘पंचायत नहीं तो वोट नहीं’ का बैनर लगाकर मतदान के बहिष्कार का एलान किया है. वोट बहिष्कार को लेकर ग्रामीणों ने बैनर-पोस्टर के साथ पारंपरिक ढोल-नगाड़े के साथ गांव में जुलूस निकाला और अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की.
ग्रामीणों ने तीनों गांवों के लोगों ने अपने गांवों को पंचायत में शामिल करने की मांग की है. पंचायत का गठन नहीं होने के कारण उनके गांव का विकास रुका हुआ है. ऐसे में ग्रामीणों ने इस बार निर्णय लिया है कि वे वोट का बहिष्कार करेंगे ताकि उनकी आवाज सरकार तक पहुंचे और इन गांवों को पंचायत में शामिल किया जाये. उनका कहना है कि वे केंद्र और राज्य सरकार तो चुन सकते हैं लेकिन गांव की सरकार नहीं, तो अब वे केंद्र और राज्य सरकार क्यों चुनें.
क्या है मामला
बोकारो स्टील लिमिटेड के तहत प्लांट निर्माण के बाद उत्तरी विस्थापित क्षेत्र के 19 गांवों को न तो पंचायत में शामिल किया गया और न ही किसी अन्य व्यवस्था में. जिसके कारण इन गांवों में रहने वाले हजारों गरीबों, आदिवासियों और अन्य जातियों को किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल सका है. जिससे इन लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है और ये सुविधाओं से भी वंचित हैं.
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