जोहार लाइव न्यूज़ डेस्क : सुबह बिस्तर से उठकर सीधे मॉर्निंग वॉक पर जाना खुद को फिट रखने के लिए सबसे बेहतर आदत है। लेकिन हर मौसम में यह आदत बिल्कुल भी अच्छी नहीं बल्कि यूं कहें कि आपकी यह आदत आपको खतरे में डाल सकती है। क्योंकि सर्दियों के मौसम में सुबह उठते ही कोहरे या तेज़ सर्दी में मॉर्निंग वॉक पर जाना खतरे से खाली नहीं।
सुबह ठंड में जाना क्यों है खतरनाक
एक्सपर्ट के अनुसार सर्दियों में सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने से बचना चाहिए। इसकी दो वजहें हैं एक एयर पॉल्यूशन का ज़्यादा होना तो दूसरा टेंपरेचर का बदलना। एक्सपर्ट के मुताबिक अर्बन एरिया में रहने वाले लोगों को सर्दियों में सुबह जल्दी मॉर्निंग वॉक पर जाने से परहेज़ करना चाहिए। इसकी वजह यह है कि मौजूदा समय में एयर पॉल्यूशन काफी बढ़ा हुआ है। दीवाली के बाद से एयर पॉल्यूशन काफी खतरनाक हो गया है। ऐसे में यह लंग्स को इफेक्ट कर सकता है।
हार्ट स्ट्रोक का बढ़ जाता है ख़तरा
सर्दियों में मॉर्निंग वॉक पर जाने से हार्ट स्ट्रोक का ख़तरा भी बढ़ जाता है। दरअसल रात भर आप गर्म रज़ाई या कंबल में नींद पूरी करते हैं। जब सुबह उठकर मॉर्निंग वॉक पर निकल जाते हैं तो बॉडी का टेंपरेचर बदल जाता है। आपकी बॉडी टेंपरचर के बदलाव को लगातार इतनी जल्दी एडजस्ट करने में जब विफल हो जाती है तो इससे हार्ट स्ट्रोक का ख़तरा बढ़ जाता है।
इन दो समय पर कर सकते हैं मॉर्निंग वॉक
अब आपके ज़हन में यह सवाल आ रहा होगा तो फिर मॉर्निंग वॉक पर जाने के लिए कौन सा समय बेस्ट है। इसका जवाब है जब सूरज निकले उसके बाद ही आप मॉर्निंग वॉक पर जाएं। जब सूरज उदय हो जाता है तो मौसम में बदलाव आ जाता है काफी हद तक ठंड का प्रकोप कम हो जाता है। ठंड में मॉर्निंग वॉक सीने और सिर के लिए नुकसानदेह होती है।
शाम का यह समय भी है बेस्ट : अगर किसी वजह से आप सुबह में मॉर्निंग वॉक पर नहीं जा पा रहे हैं तो आप शाम के समय भी मॉर्निंग वॉक पर जा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे दोपहर के बाद जब आखिरी पहर होता है जिसको सूरज छिपने से एक से डेढ़ घंटे पहले का वक्त कहा जाता है। इस पहर में आप मॉर्निंग वॉक पर जा सकते हैं। इससे आपको सूरज की तपिश भी मिलेगी और आपका दिल भी सुरक्षित रहेगा।