कोडरमा: वाराणसी-आसनसोल पैसेंजर ट्रेन में एक चोर को पॉकेटमारी करना महंगा पड़ गया. चोर यात्रियों के हत्थे चढ़ गया, जिसके बाद यात्रियों ने उसकी जमकर धुनाई की. धनबाद रेल मंडल को जैसे ही मामले की जानकारी मिली उन्होंने आरपीएफ को सूचित कर दिया. जिसके बाद चिचाकी कैम्पिंग स्टाफ द्वारा पकड़े गए चोर और शिकायतकर्ता दोनों को चिचाकी स्टेशन पर उतारा गया. दोनों को रेलवे सुरक्षा पोस्ट हजारीबाग लाया गया.

पकडे गए पाॅकेटमार की पहचान शिवसागर पासी के रूप में हुई है. वह पचम्बा गिरिडीह का रहने वाला है. वहीं, उसके साथी पाॅकेटमार जो भागने में सफल रहा उसका नाम सुनील पासी बताया जा रहा है. वह गया के बुनियादगंज का रहने वाला है. फिलहाल आरपीएफ ने पीड़ित के बयान पर इन चोरों के खिलाप प्राथमिकी दर्ज कर ली है. चोर के पास से बरामद चोरी के समान के आधार पर कार्रवाई के लिए राजकीय रेल थाना कोडरमा को सौंपा गया है.

शिकायत कर्ता तुलसी ठाकुर ने आरपीएफ को बताया कि वह अपने परिवार के साथ कोडरमा से चिचाकी स्टेशन की यात्रा कर रहा था. यात्रा के दौरान दो लड़के उसके आगे-पीछे घूमते नजर आए और जैसे ही ट्रेन कोडरमा स्टेशन से चली एक लड़के ने भीड़ का फायदा उठाकर उसका पर्स निकाल लिया. पर्स निकालने के क्रम में उसके पॉकेट में रखा पेन ट्रेन के फर्श पर गिर गया उसे उठाते हुए जब उसने पॉकेट चेक किया तो उसे अहसास हुआ कि उसकी पॉकेटमारी की गई है. जिसके बाद उसने संदिग्ध युवक को रुकने का इशारा किया, लेकिन वह युवक भागने लगा.

इस पर पीड़ित ने शोर मचाना शुरू कर दिया. जिसके बाद यात्रियों के सहयोग से चोर को पकड़ लिया गया. जब संदिग्ध युवक की पॉकेट को चेक किया गया, तो उसमें चोरी किया गया पर्स मिला. पर्स में वोटर कार्ड, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज पाए गए. मगर पीड़ित के 6,000 रुपए पर्स से गायब थे. जिसके बाद कुछ यात्रियों ने मौके पर ही चोर की धुनाई शुरू कर दी. घटना की जानकारी ट्रेन में मौजूद आरपीएफ पुलिस को दी गई. पूछताछ में गिरफ्तार चोर ने बताया कि उसने चोरी के पैसे को अपने साथी को दे दिया है और वह पैसा लेकर भाग गया है.

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