JoharLive Team

खूंटी । जनता की लाख गुहार और आंदोलन के बावजूद प्रशासन ग्रामीणों को गजराजों के आतंक से निजात दिलाने में नाकाम साबित हो रहा है।

इलाके में जंगली हाथियों का उत्पात दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। शायद ही कोई ऐसी रात गुजरती है, जब हाथियों का झुंड किसी न किसी गांव में उत्पात न मचाता हो। सोमवार को तड़के लगभग साढ़े चार बजे तपकरा थाना के कोचा करंज टोली गांव में जंगली हाथी मंगल गुड़िया एवं सुंदा गुड़िया के घर को तोड़ कर घर में रखा धान चट कर गए। मंगल गुड़िया का पांच क्विंटल और सुन्दा गुड़िया का चार क्विंटल धान हाथी खा गए। मामले की जानकारी मिलते ही तपकरा पंचायत के मुखिया सुदीप गुड़िया और वार्ड सदस्य उर्मिला गुड़िया गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मिले। मुखिया ने मामले की सूचना वन विभाग को दे दी है। उन्होंने जल्द मुवावजा देने की मांग की है।

ज्ञातव्य है कि जंगली हाथियों का आतंक तोरपा, कर्रा, रनिया, मुरहू समेत सभी प्रखंडों के ग्रामीण इलाकों में पिछले 40-45 साल से अनवरत जारी है। इस दौरान सैकड़ों लोग अपनी जान और माल से हाथ धो चुके हैं। हाथियों के आतंक से छुटकारा दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीण यातायात अवरुद्ध करने से लेकर रोल रोको आंदोलन तक कर चुके हैं। इसके बावजूद वन विभाग इस ओर आंख बंद किये हुए है।

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