Joharlive Team
खूंटी। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों की मौत का सिलसिला जारी है. जिले में शुक्रवार को इलाज के क्रम में दो लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में जिला मत्स्य पदाधिकारी अभय सांगा और अधिवक्ता अरुण कुमार सिंह शामिल हैं। कोरोना की दूसरी लहर के आगे सब बेबस नजर आ रहे हैं।
खूंटी जिला भी इससे अछूता नहीं है। क्रूर कोरोना अब तक खूंटी के 20 से अधिक लोगों की सांसें छीन चुका है। इसमें एक ही परिवार के पिता पुत्र भी शामिल हैं,जबकि हाल के दिनों में 1 दर्जन से अधिक और स्वाभाविक मौत ने खूंटी वासियों समेत जिला प्रशासन को सकते में डाल दिया है.इधर कई दिनों से खूंटी कोविड अस्पताल में हर दिन एक दो मौत हो रही हैं।
साथ ही कई लोगों की मौतें रांची में इलाज के दौरान हुई है.शुक्रवार को भी खूंटी में दो लोगों की मौत ने सब को झकझोर दिया है. लोगों के दिलोदिमाग में डर आसानी से देखा जा सकता है। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कब किसका नंबर आ जाएगा। चिंता इस बात को लेकर ज्यादा है कि बीमार हुए तो कहां जाएंगे। खूंटी के कोविड अस्पताल में लोगों को इतना भरोसा नहीं है। रांची के अस्पतालों का हाल सबको पता है. कहीं बेड खाली नहीं,अगर मिल जाये तो जल्द इलाज नहीं मिलने से मरीज की मौत हो जा रही है।
शवों का डिस्पोजल नगर पंचायत की टीम कर रही है। कोरोना से मरने वालों के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी नगर पंचायत को दी गई है। नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी आशीष कुमार के नेतृत्व में शव डिस्पोजल टीम का गठन किया गया है.एमसीएच से मरीज की मौत की सूचना शव डिस्पोजल टीम को दी जाती है। इसके बाद मरने वालों की जाति के अनुसार शव डिस्पोजल करने की तैयारी प्रारंभ हो जाती है।
कोरोना से मौत होने पर एक ओर जहां अपने भी दूरी बना लेते हैं, वहीं नगर पंचायत और शव डिस्पोजल टीम द्वारा तत्परता से शव का डिस्पोजल किया जा रहा है। शव को दफनाने के लिए निगम की जेसीबी भी अहम भूमिका निभा रही हैं। नगर पंचायत की टीम द्वारा कब्रिस्तान एवं श्मशान घाट पर शव का डिस्पोजल किया जा रहा है।