Joharlive Desk
पटना। तमाम जोखिमों के बावजूद चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की कर्तव्यपरायणता तथा परिवार के सदस्यों को जिंदा रखने की खातिर स्वयं की जिजीविषा की बदौलत बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित 74 मरीजों में से 37 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने आज यहां बताया कि राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 74 है जबकि इनमें से 37 मरीज स्वस्थ होकर अपने-अपने घर लौट चुके हैं। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के 34 सक्रिय मामले हैं जबकि एक मुंगेर जिले के चौरंबा निवासी एक संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है।
श्री कुमार ने बताया कि बिहार में कोरोना संक्रमण से कुल 12 जिले प्रभावित हैं। कोरोना हॉटस्पॉट बने सीवान में 29 मरीज संक्रमित हुए, जिनमें से 12 ठीक हो चुके हैं। वैशाली में कल देर शाम पहले संक्रमित मरीज की पुष्टि हुई वहीं पटना के छह संक्रमितों में से पांच, गोपालगंज में तीन में से तीन, भागलपुर के एक, सारण के एक और लखीसराय की एक महिला मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह गोपालगंज, भागलपुर, सारण और लखीसराय में अब कोरोना पॉजिटिव एक भी मामला नहीं बचा है।
इसी तरह नालंदा में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर छह हो गई, जिनमें से दो स्वस्थ हो चुके हैं। बेगूसराय के आठ संक्रमित मरीजों में से एक, गया में पांच में से चार, और नवादा में तीन में से एक मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। वहीं, मुंगेर में आठ में से छह ठीक हो चुके हैं जबकि एक की मौत हो चुकी है। शेष मरीजों का इलाज चल रहा है और उनके भी शीघ्र स्वस्थ होने की उम्मीद है।
प्रधान सचिव ने बताया कि देश के 22 राज्यों से प्राप्त आंकड़े के अनुसार, बिहार में इस वायरस से संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 51.39 प्रतिशत और उसका स्थान तीसरा है। इस मामले में केरल की दर 56.33 और छत्तीसगढ़ की 51.52 जबकि पूरे देश की दर 12.15 है। वहीं, 21 राज्यों के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में कोरोना संक्रमण से होने वाली मृत्यु की दर 1.39 है और वह पांचवें स्थान पर है जबकि देश की दर 3.40 है।