रांची: सर्जरी का नाम सुनते ही लोगों के मन में एक ही बात सामने आती है कि अब काट दिया जाएगा. डॉक्टर चीरा लगाएगा. जिससे दर्द भी होगा और कई दिनों तक रेस्ट भी करना होगा. लेकिन तकनीक से इन सबसे छुटकारा दिलाने की तैयारी है. कुछ ऐसी ही व्यवस्था राज्य के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल रिम्स में की गई है. जहां पर सर्जरी विभाग में रेडियो फ्रीक्वेंसी एबलेशन मशीन इंस्टाल की गई है. इस मशीन से वेरिकोज वेन, फिस्टुला और पाइल्स का इलाज किया जायेगा.
ज्यादा दिन नहीं रहना होगा हॉस्पिटल में
एचओडी डॉ शीतल मलुआ ने बताया कि वेरिकोज वेन, फिस्टुला एवं पाइल्स के इलाज में रेडियो फ्रीक्वेंसी एबलेशन तकनीक लेजर से बेहतर मानी जाती है. इस तकनीक से राज्य राज्यभर से आने वाले मरीजों को लाभ मिलेगा. इतना ही नहीं मरीज को आपरेशन के बाद हॉस्पिटल में रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्हें जल्द डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. साथ ही हॉस्पिटल पर मरीजों का लोड कम होगा. बता दें कि रेडियो फ्रीक्वेंसी एबलेशन विधि से आज एक मरीज के वेरीकोज वेन, दूसरे मरीज के फिस्टुला का ऑपरेशन किया गय. जिसमें रेडियो तरंगों के से मरीज का इलाज किया गया.
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