जमशेदपुर : डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर खास महल स्थित सदर अस्पताल में भी देखने को मिल रहा है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग अस्पताल तो पहुंच रहे है लेकिन बिना इलाज कराए ही लौट जा रहे है. बता दें कि दो दिन पहले एमजीएम अस्पताल में बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने एमजीएम अस्पताल के डॉक्टर पर जानलेवा हमला कर दिया था. उसके बाद होमगार्ड और डॉक्टरों के बीच भी झड़प हो गई. इन दोनों मामलों को लेकर डॉक्टरों का क्रोध बढ़ता जा रहा है. वहीं 2 दिन से डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. एमजीएम के बाद खास महल स्थित सदर अस्पताल में भी इमरजेंसी सेवा को छोड़कर सारी सेवाएं बंद कर दी गई है. सदर अस्पताल एक ऐसा अस्पताल है जिस पर पूरे ग्रामीण क्षेत्र के लोग निर्भर है. ऐसे में लोगों के समक्ष एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है. एक महिला मरीज ने बताया कि मरीज को जानकारी के अभाव में अस्पताल से बैरंग लौटना पड़ा है. केवल इमरजेंसी सेवा ही चालू है.
जारी रहेगा आंदोलन
डॉक्टरों की इस लड़ाई में झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ ने भी समर्थन दिया है. संघ के महामंत्री रविंद्र नाथ ठाकुर ने कहा कि यह जो घटना चिकित्सकों के साथ घटी है वह काफी निंदनीय है. जब तक इस मामले में प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाते हुए डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती तबतक आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही दोषी को गिरफ्तार करने की जरूरत है.