रांची : झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल जेएमएम के बाद अब कांग्रेस का अंदरूनी कलह उभर कर सामने आ गया हैं। कांग्रेस के चार विधायकों ने गुरुवार को रांची में बैठक की और पार्टी कोटे से हेमंत सरकार में शामिल चार मंत्रियों के कामकाज पर नाराजगी जाहिर करते हुए नई दिल्ली जाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे। नाराज विधायकों की ओर से दावा किया गया है कि 9 विधायक दिल्ली जाकर आलाकमान के समक्ष अपनी बातों को रखने का काम करेंगे।
रांची के जेएससीए स्टेडियम सभागार में कांग्रेस के चार विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप ने आज बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कामकाज की सराहना की, लेकिन पार्टी कोटे से सरकार में शामिल चार मंत्रियों के काम काज पर नाराजगी जाहिर की। विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्त्ता अपने चार मंत्रियों के कामकाज से खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि वे मंत्री पद पर अपनी दावेदारी को लेकर ऐसी बात कर रहे है, बल्कि सच्चाई है कि अपने ही मंत्री जनआकांक्षा के अनुरूप अच्छा काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अच्छा काम कर रहे है और उनसे किसी को कोई नाराजगी नहीं है।
विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि जन समस्याओं के समाधान के लिए मंत्रियों का सहयोग जरूरी हैं। विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा कि जनता ने उन्हें चुन कर भेजा है, ताकि क्षेत्र की समस्याओं का समाधान हो सके, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा हैं। उन्होंने कहा कि जिस संगठन ने उन्हें अवसर दिया है और संगठन की मजबूती के लिए वे सभी दिल्ली जाकर आलाकमान के समक्ष अपनी बातों को रखेंगे।
विधायक राजेश कच्छप ने भी अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी कोटे से सरकार में शामिल चार मंत्रियों आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली। हालांकि इन विधायकों की ओर से यह साफ नहीं किया गया कि उनके अलावा पांच अन्य कौन कांग्रेस विधायक दिल्ली जाएंगे। वे दिल्ली कब जाएंगे, इसका भी अभी खुलासा नहीं किया गया हैं।