रांची : पारस अस्पताल में ऊंचाई से गिरने के कारण घायल हुई एक बच्ची को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. जिसके बांह, पैर और कूल्हे की हड्डियों के साथ-साथ जबड़े की भी हड्डियां टूट गई थी. पारस अस्पताल के डॉ अंकुर सौरभ और उनकी टीम ने बिना देर किए क्रिटिकल केयर टीम की मदद से बच्चे को नया जीवन दिया. बल्कि उसे 15 दिन में ही फिट कर दिया. बच्ची के माता-पिता ने पारस एचईसी अस्पताल का आभार व्यक्त किया. बच्ची के पिता ने बताया कि नाज़ुक हालत देखकर इतनी जल्दी उसके ठीक होने की उम्मीद नहीं थी. लेकिन डॉ अंकुर ने उन्हें भरोसा दिया कि बच्ची को वे बिलकुल स्वस्थ कर देंगे. आज मात्र दो हफ़्ते के इलाज के बाद उनकी बच्ची बात कर रही है और अपने घर जाने को तैयार है.
लाइफ सपोर्ट पर रखा बच्ची को
पारस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग के प्रमुख डॉ अंकुर सौरभ ने बताया कि काफ़ी ऊँचाई से गिरने के कारण बच्ची के शरीर की कई जगह की हड्डियां टूट गई थी और कई जगह फ्रैक्चर भी हुआ था. बच्ची के चेहरे पर भी चोटें आई थी. बच्ची की गंभीर अवस्था को देखते हुए अस्पताल आने के बाद सबसे पहले बच्ची को वेंटीलेटर ( लाइफ सपोर्ट) पर रखा गया. अस्पताल में ICU की टीम, मैक्सेलोफ़ेशियल सर्जन डॉ अनुज, ऑर्थोपैडिक सर्जन डॉ कुमार विशाल, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विकास आनंद, क्रिटिकल केयर प्रमुख डॉ शिव अक्षत और डॉ अंकुर सौरभ की ऑर्थोपैडिक टीम के निरंतर इलाज के बाद जब बच्ची स्टेबल हुई तब एनएस्थेटिक्स डॉ संजय वर्मा के सहयोग से मल्टीपल सर्जरी के द्वारा उसकी टूटी हड्डियों को जोड़ा गया.