नई दिल्ली: पेरिस में जारी पैरालंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए देश के लिए अब तक 3 गोल्ड, 5 सिल्वर, और 7 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं.
सुमित अंतिल का स्वर्णिम थ्रो
सुमित अंतिल ने मेन्स जैवलिन थ्रो में अपने दूसरे प्रयास में 70.59 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. उनका यह थ्रो पैरालंपिक गेम्स के इतिहास में (F64 वर्ग) अब तक का सर्वश्रेष्ठ थ्रो साबित हुआ.
नितेश कुमार ने जीता पैरा–बैडमिंटन में गोल्ड
सोमवार को नितेश कुमार ने पैरा–बैडमिंटन पुरुष एकल एसएल3 स्पर्धा में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता. पेरिस के ला चैपल एरेना में खेले गए इस मैच में नितेश ने ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को 21-14, 18-21, 23-21 से हराया. निर्णायक गेम में नितेश ने धैर्य के साथ 23-21 से जीत हासिल की और स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
निथ्या श्री सिवन का ब्रॉन्ज मेडल
भारत की निथ्या श्री सिवन ने महिलाओं की एसएच6 श्रेणी में कांस्य पदक जीता. उन्होंने इंडोनेशिया की रीना मार्लिना को 21-14, 21-6 से हराकर 23 मिनट के भीतर इस जीत को अपने नाम किया. इस जीत के साथ भारत ने बैडमिंटन में टोक्यो पैरालंपिक के चार पदकों को पीछे छोड़ दिया.
एसएल3 और एसएच6 श्रेणी की जानकारी
- एसएल3 श्रेणी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जिनके एक या दोनों अंगों में मध्यम रूप से प्रतिबंधित गतिविधि होती है.
- एसएच6 श्रेणी में छोटे कद के एथलीट शामिल होते हैं जो खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं.
निथ्या श्री सिवन के इस प्रदर्शन के बाद उन्होंने कहा, “यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा क्षण है. मैंने रीना के खिलाफ 9-10 बार खेला है, लेकिन कभी उसे हराया नहीं था. इस बार मैंने मानसिक रूप से खुद को तैयार किया और ध्यान केंद्रित रखा.”
पहले भी जीत चुकी हैं कई पदक
निथ्या ने 2022 एशियाई पैरा खेलों में दो कांस्य पदक जीते थे. इसके अलावा, उन्होंने मई 2022 में बहरीन पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक भी जीता था. दिसंबर 2022 में, पेरू पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल में भी उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया था. भारतीय पैरा खिलाड़ियों का यह प्रदर्शन देश के लिए गर्व का विषय है और आने वाले दिनों में और भी पदक जीतने की उम्मीदें हैं.