साहिबगंज : जिले के जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र पर स्थित बड़ा मदनशाही के छोटा पांगड़ो में पंचायत ने तुग़लकी फरमान जारी कर एक ही परिवार के करीब 14 सदस्यों का हुक्का-पानी बंद कर दिया है। जिसके बाद पीड़ित परिवार के महिला सदस्य नेजा खातून ने डीसी रामनिवास यादव को लिखित आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगाई है।

क्या है मामला

पीड़ित महिला के आवेदन पत्र में उल्लेख किया गया है कि उनके नाम से जमीन सह मकान पर वर्षों से उनका परिवार रह रहा है। लेकिन शमशेर अली ने परिवार व सहयोगियों की मदद से जबरन उनकी जमीन सह मकान हड़पना चाहता है। इसकी शिकायत जिरवाबाड़ी ओपी व न्यायालय में करने पर शमशेर अली ने आक्रोशित होकर गांव के पंचायत से मिलकर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा।

पांच जुलाई को गांव में पंचायती बुलाकर उसकी जमीन का कागज़ात फाड़वा कर शमशेर के नाम से कागज बनवाने का दबाव बनाया गया। विरोध करने पर पंचायत ने प्यादा दाऊद अंसारी के माध्यम से उनके परिवार का हुक्का-पानी बंद कराने का एलान कर दिया।

पंचायत की बात नहीं मानने पर 15 हजार का जुर्मान और 15 लाठी की सजा

उन्होंने कहा कि पंचायत की बात नहीं मानने वाले पर दस हजार रुपया फाइन और 15 लाठी की सजा का भी एलान करवा दिया गया। इससे संबंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। तबसे उसके परिवार से समाज का कोई भी व्यक्ति संबंध नहीं रख रहा है। ना ही गांव के किसी दुकान से राशन, समान, दवाई या अन्य जरूरी समान दिया जा रहा है। साथ ही उनको गांव से बहार भी निकलने नहीं दिया जा रहा है। उनका पूरा परिवार भूख से मरने की स्थिति में आ गया है।

महिला की गुहार पर प्रशासन ने शुरू की जांच

पीड़ित महिला ने कहा कि उनके साथ कभी भी मॉब लिंचिंग जैसी घटना हो सकती है। पीड़िता ने आवेदन की कॉपी जिले के एसपी से लेकर डीआईजी व डीजीपी सहित अन्य पदाधिकारियों को भी प्रेषित कर न्याय की गुहार लगाई है। वहीं अब यह सनसनीखेज मामला तूल पकड़ता जा रहा है। फिलहाल जिला प्रशासन के द्वारा पीड़ित महिला के द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर गम्भीरतापूर्वक मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कोई खुलासा हो पायेगा।

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