Joharlive Team
पलामू- नक्सलियों के निशाने पर रहने वाले पलामू में चुनाव कराना बड़ी चुनौती रही है। हालांकि हाल के वर्षों में नक्सलियों की सक्रियता में कमी आई है।इसके बावजूद नक्सली चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की फिराक में रहते हैं। 23 नवम्बर को पीपरा में माओवादियों द्वारा झामुमो नेता सहित दो की हत्या किये जाने के बाद से सुरक्षा का वातावरण करने में पुलिस की चुनौती बढ़ गई है। पलामू के चुनाव में
77 कंपनी सुरक्षा बल लगाए गए हैं। एसपी अजय लिंडा के मुताबिक पुलिसकर्मी मतदाताओं में यह विश्वास जगाने का काम कर रहे हैं कि सुरक्षा का वातावरण तैयार है। अपने मतदान का उपयोग करने में बिल्कुल न डरें। पुलिसकर्मियों का मोटरसाइकिल दस्ता गांव-गांव पहुंच रहा है। फ्लैग मार्च किया जा रहा है। चुनाव में बाधक बनने वाले असामाजिक तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।