Joharlive Team
- मिड डे मील का चावल, कुकिंग कॉस्ट एवं पूरक पोषाहार की राशि वितरण का अनुपालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई शुरू
पलामू। कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण से बचाव को लेकर राज्य एवं जिले में लॉक डाउन घोषित है। लॉक डाउन की इस स्थिति में पलामू जिले के सभी स्कूल बंद है, लेकिन लॉक डाउन के मद्देनजर बच्चों को खाने की समस्या नहीं हो, इसके लिए पलामू जिला प्रशासन ने शिक्षकों के माध्यम से बच्चों के घरों पर मिड डे मील योजना का चावल, कुकिंग कॉस्ट एवं पूरक पोषाहार की राशि वितरण किये जाने का निर्णय लिया है। वितरण कार्य जोर-शोर से चल रहा है, ताकि बच्चों को खाने से संबंधित कोई समस्या नहीं हो।
बच्चों के घरों तक चावल, कुकिंग कॉस्ट एवं पूरक पोषाहार की राशि पहुंच रहा है या नहीं! इसका भौतिक सत्यापन उपायुक्त डॉ0 शांतनु कुमार अग्रहरि के निदेश पर किया गया। सत्यापन के दौरान दो प्रभारी प्रधानाध्यापकों द्वारा इसका अनुपालन नहीं करने का मामला प्रकाश में आया है। बच्चों के हित को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त डॉ0 शांतनु कुमार अग्रहरि ने वितरण का अनुपालन नहीं करने वालों के शिक्षकों को निलंबित करने, प्राथमिकी दर्ज करने एवं उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का सख्त निदेश दिया।
उपायुक्त के निदेश पर जिला शिक्षा अधीक्षक मसुदी टुडू ने हरिहरगंज अंचल के पचमो स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू किया है।
इसके अलावा हरिहरगंज के सलैया स्थित उ0म0 विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक युवराज सिंह के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करनेका निदेश दिया गया है।
दिलीप कुमार सिंह के खिलाफ सरकार के आदेशानुसार गांव/टोला में जाकर छात्र-छात्राओं के बीच मिड डे मील का चावल, कुकिंग कॉस्ट एवं पूरक पोषाहार की राशि का वितरण का अनुपालन नहीं करने, बच्चों को विद्यालय बुलाकर स्वयं अनुपस्थित रहने, विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समूह में दौड़ते हुए, विडियो सोशल मीडिया में वायरल करने, कोरोना महामारी में लॉक डाउन के दौरान सोशल डिसटेंस का पालन नहीं करने एवं सरकारी आचार नियमावली के विपरित कार्य करने का आरोप लगाया है। प्रभारी प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार को निलंबन अवधि में मुख्यालय प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी नौडिहा बाजार के कार्यालय में निर्धारित किया गया है।
इधर, हरिहरगंज के सलैया स्थित उ0म0 विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक युवराज सिंह के विरूद्ध सरकारी आदेशानुसार गांव/टोला में जाकर छात्र-छात्राओं के बीच मध्याह्न भोजन योजना का चावल, कुकिंग कॉस्ट एवं पूरक पोषाहार की राशि का वितरण का अनुपालन नहीं करने, बच्चों को विद्यालय में बुलाकार अनाधिकृत रूप से भीड़ एकत्रित कर चावल वितरण करने, बच्चों को विद्यालय में बुलाकार अनाधिकृत रूप् से भीड़ एकत्रित कर चावल वितरण करने, विडियो सोशल मीडिया में वायरल करने, कोराना महामारी में लॉक डाउन के दौरान सोशल डिसटेंस का पालन नहीं करना एवं सरकारी आचार नियमावली के विपरित कार्य करने का आरोप है।