पलामू: नक्सली समझकर पुलिस ने एक ग्रामीण की पिटाई कर दी. मामले की कार्रवाई करते हुए नावाजयपुर थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया. दरअसल, 3 अगस्त को नावाजयपुर थाना की पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली संगठन टीएसपीसी के सदस्य वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर जांच के लिए गई थी. इस दौरान उन्होंने नक्सली समझकर एक व्यक्ति की पिटाई कर दी. पिटाई के बाद व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
जिस दिन पुलिस सूचना की सत्यता की जांच के लिए निकली थी. उसी दिन नावाजयपुर थाना क्षेत्र में ही दो बाइक की आपस में टक्कर हो गई थी. इस टक्कर में एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. उधर टीएसपीसी के खिलाफ रेड कर वापस लौट रही पुलिस ने घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया और दुर्घटना के आरोपी सूर्यदेव सिंह पर टीएसपीसी के सदस्य होने का आरोप लगा कर उसकी पिटाई कर दी.
पुलिस को अभियान के क्रम में सूर्यदेव सिंह का नाम मिला था. जांच करने पर सूर्यदेव सिंह का टीएसपीसी के साथ कोई संबंध साबित नहीं हो पाया. पूरे मामले में पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने एक जांच टीम का गठन किया था. जांच टीम के रिपोर्ट के आधार पर नावाजयपुर थाना प्रभारी राजन कुमार को हटा दिया गया और उनकी जगह छतरपुर में तैनात सब इंस्पेक्टर संजय कुमार रजक को थाना प्रभारी बनाया गया है.