Joharlive Team
रांची। पलामू पुलिस ने 10 वर्षों से आतंक का पर्याय बना माओवादी संदीप यादव उर्फ कैला यादव उर्फ कईल यादव समेत तीन को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार माओवादियों में कैला यादव, शंभु यादव और अजय यादव शामिल है। इनलोगों के पास से पुलिस ने हथियार, जिंदा गोली समेत कई समान बरामद किया है। उक्त जानकारी पलामू एसपी अजय लिंडा ने प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने कहा कि आतंक का पर्याय बना कैला यादव पांकी थाना क्षेत्र के हेड़ुम का रहनेवाला। उसपर विभिन्न थाना में 10 मामले दर्ज हैं। जिसमें पांकी थाना क्षेत्र में कैला ने नौ घटनाओं को अंजाम दिया है। जबकि एक मामला बालूमाथ के हेरहंज में दर्ज है।
जंगल इलाके में भ्रमणशील की सूचना पर पुलिस ने की कार्रवाई
एसपी में कहा कि कैला हेडुम व मतनाग के जंगली क्षेत्र में अपने दस्ता के सदस्यों के साथ भ्रमणशील है। सूचना पर पांकी थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार रमण के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया। जिसके बाद माओवादी कैला व हेड़ुम के ही रहनेवाले उसके सहयोगी शम्भू यादव व अजय यादव को हथियार व गोली के साथ पकड़ा गया। इनके पास से पुलिस को नाइन एमएम का कार्बाईन, एक मैगजीन, नाइन एमएम का 91 गोली मिला है। कैला के सहयोगी अजय यादव पर आधा दर्जन मामला दर्ज है। जिसमें पांच मामला पांकी व एक हेरहंज थाना में है। वहीं शम्भू यादव पर पांकी थाना में एक मामला दर्ज है। छापेमारी दल में पांकी थाना प्रभारी के साथ हीरालाल साह व सैट वन के सशस्त्र जवान शामिल थे।
बूढ़ा पहाड़ से निकल कर बना लिया था जेएलटी
गिरफ्तार माओवादी कैला यादव वर्ष 2010 में माओवादी संगठन से जुड़ा था। पांकी के केकरगढ़, मतनाग क्षेत्र में यह सक्रिय रहा है। वर्ष 2020 के जनवरी माह में वह बुढ़ा पहाड़ पर सक्रिय माओवादियों के दस्ते में भी शामिल रहा है। इसके बाद वह माओवादी दस्ता से निकलकर अपना एक छोटा दस्ता जेएलटी के नाम से बनाया था। लेस्लीगंज थाना क्षेत्र में व्यापारी, ठेकेदार से रंगदारी व लेवी मांगने का काम किया था। 14 अप्रैल को पांकी के द्वारिका गांव में रंगदारी मांगने के उद्देश्य से ही डीलर शंकर साव के घर पर फायरिंग किया था। इसके बाद से ही पुलिस लगातार इसकी जानकारी इकट्ठा करने में लगी थी। जिस कारण यह जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में आ गया। इसके तीन साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है