पलामू : जिले के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सिविल सर्जन ) डॉ. जॉन एफ कैनेडी को शुक्रवार को पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के विशेष दस्ते ने गिरफ्तार कर लिया ।
ब्यूरो सूत्रों ने यहां बताया कि सिविल सर्जन की गिरफ्तारी उस समय की गयी जब वह बकाया राशि एक लाख सैंतालिस हजार (1,47,000) के भुगतान के एवज में पचास हजार रुपये ले रहे थे । इस मामले में बिहार के औरंगाबाद के गोल्डन कुमार ने ब्यूरो दफ्तर में लिखित शिकायत की थी ।
सूत्रों ने बताया कि परिवादी श्री कुमार ने ब्यूरो को लिखित शिकायत की थी कि उसका रशियन हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक चिकित्सा संस्थान है जे पलामू जिला स्वास्थ्य समिति में गत छह मई से निबंधित है । इस एजेन्सी ने सरकारी अस्पतालों में एम ओ यू (समझौता) के तहत परिवार नियोजन के कार्य किए थे, जिसके उक्त राशि का भुगतान किया जाना था । उन्होंने राशि को प्राप्त करने के लिए जिला कार्य प्रबंधक (डी पी एम) दीपक कुमार गुप्ता से संपर्क किया तो उन्होंने भुगतान के बदले सिविल सर्जन को एक लाख रुपये देने की बात की। इस बीच पिछले 16 सितम्बर को श्री कुमार सिविल सर्जन डॉ कैनेडी से मुलाकात किया तो सिविल सर्जन ने रुपए देने की बात कह कर संस्थान को अगली बार भी सेवा विस्तार देने का आश्वासन दिया।
सूत्रों ने बताया कि परिवादी ने ब्यूरो को जानकारी दी, जिसे दर्ज कर मामले का सत्यापन किया गया और आज अपने निजी आवास पर जब डॉ. कैनेडी ने रिश्वत की राशि ली तो योजनानुसार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया । ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक अशोक गिरी ने बताया कि शिकायत की आरंभिक जांच में मामले की पुष्टि हुई, तब धावा दल का गठन कर आज रिश्वत लेते योजना के अनुसार सिविल सर्जन को उनके निजी आवास से गिरफ्तार कर लिया गया।