पलामू । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की पलामू टीम ने जिले के विश्रामपुर नगर परिषद के प्रधान लिपिक अनिल चन्द्रवंशी समेत दो को 10 हजार रूपए घूस लेते गुरूवार को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। दोनों को विश्रामपुर नगर परिषद कार्यालय में गिरफ्तार करने के बाद मेदिनीनगर लाया गया और फिर उन्हें न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया। प्रधान सहायक अनिल और उसके सहयोगी को गिरफ्तार करने के साथ एसीबी पलामू ने इस वर्ष का 5वां टैप केस पूरा कर लिया है।
टीन ने बताया कि रेहला थाना क्षेत्र के कधवन निवासी ओमकार नाथ सिंह ने आवेदन देकर शिकायत की थी कि विश्रामपुर नगर परिषद से उसे वेलकम बोर्ड के निर्माण के लिए 10 लाख 46 हजार 300 रुपये का काम मिला था। यह काम के लिए 10 प्रतिशत कम दर पर का एग्रीमेंट था। 22.2.2020 को कार्य पूर्ण हो गया था। जमानत राशि एक वर्ष बाद दी जानी थी। 41 हजार 688 रुपये जमा थे।
इस राशि को निकालने के लिए ओमकार नाथ ने कई बार प्रधान लिपिक अनिल चन्द्रवंशी से अनुरोध किया था। बावजूद प्रधान लिपिक का कहना था कि सर नहीं मान रहे हैं। कम से कम 10 हजार रूपए देना होगा, तभी आपका काम होगा। वादी घूस देकर काम नहीं कराना चाहता था।
शिकायत के आलोक में सत्यापन किया गया और आरोप सही पाए गए। मामले में एफआइआर दर्ज की गयी और अनुसंधान के क्रम में प्राथमिकी नामजद अभियुक्त प्रधान सहायक अनिल चन्द्रवंशी को 10 हजार रूपए लेकर अपने सहयोगी अप्राथमिकी अभियुक्त जितेन्द्र बहेलिया को देते गिरफ्तार कर लिया गया। अनिल मेदिनीनगर के शास्त्री नगर (भट्ठी मुहल्ला) का निवासी है, जबकि जितेन्द्र विश्रामपुर का रहने वाला है। जितेन्द्र विश्रामपुर नगर परिषद में चालक के पद पर कार्यरत है।