JoharLive Team
पाकुड़ । अमड़ापाड़ा प्रखंड के मंडरो स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की बच्चियों के लिए प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएँ भी उपलब्ध नहीं हैं। फलस्वरूप उन्हें सर्दी जुकाम आदि छोटी मोटी बीमारियों के इलाज के लिए अमड़ापाड़ा सीएचसी जाना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि प्रखंड मुख्यालय से कोई आठ किलोमीटर दूर इस विद्यालय में वर्ग छह से बारहवीं तक की कुल 392 छात्राएँ पढ़ रही हैं । वर्ग छह, सात व नौवीं की छात्राएँ संजीता सोरेन,लीलामुनी मुरमू, रीना मोहलीन, अनिता टुडू ने बताया कि वे लोग पिछले तीन चार दिनों से सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित हैं।बुधवार को इलाज कराने अमड़ापाड़ा सीचसी पहुँची हैं। वहीं विद्यालय की वार्डेन शर्मिष्ठा गुप्ता ने बताया कि स्कूल में छात्राओं के रूटीन स्वास्थ्य जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को ले बीमार बच्चियों को अमड़ापाड़ा ही भेजना पड़ता है। साथ ही बताया कि पूर्व में महीने में कम से कम एक बार स्वास्थ्य जांच की जाती थी, लेकिन लंबे समय से यह हो नहीं रहा है। फलस्वरूप बच्चियों के साथ हमें भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।