रांची। सरायकेला के तिरूल्डीह के कुकड़ू बाजार में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या कि साजिश अनल उर्फ रमेश ने रची थी। वहीं हत्याकांड को महाराज प्रमाणिक के दस्ते ने अंजाम दिया था। सरायकेला पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल रहे माओवादी सुनील टुडू बुधराम मार्डी, श्रीराम मांझी और रामू लोहरा को गिरफ्तार किया है। घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल भी पुलिस ने बरामद की है। माओवादियों के पास से लोकसभा चुनाव 2019 के बहिष्कार संबंधित बुकलेट के साथ साथ शहीद आरक्षी युधिष्ठिर मलुआ का मोबाइल और सिम कार्ड भी बरामद किया गया है। घटना के संबंध में सरायकेला एसपी कार्तिके एस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सुनील टुडू की गिरफ्तारी इचागढ़ ब्लॉक के पास से की गई। सुनील ने पूछताछ में बताया कि पुलिसकर्मियों की हत्या की योजना रमेश उर्फ अनल ने बनाई थी । घटना को अंजाम देने में महाराज प्रमाणिक, अमित मुंडा, अतुल, टीपू, बुधराम मार्डी, रामु उर्फ राम नरेश लोहार, श्रीराम मांझी और दस्ता के सदस्य शामिल थे । सुनील टुडू की निशानदेही पर पुलिस ने बुधराम मार्डी को पाटपुर नहर रोड के पास से गिरफ्तार किया, जबकि श्रीराम मांझी और रामू लोहरा को घातदुलमी हेसा कोचा रोड से गिरफ्तार किया गया।
साप्ताहिक बाजार में हुई थी रेकी, अरहंजा में बनी थी योजना
14 जून को घटना को अंजाम देने के पहले अरहान जा के जंगल में 13 जून को माओवादियों की बैठक हुई थी इससे पहले अनल और महाराज प्रमाणिक ने कुकुडू हाट बाजार की रेकी भी की थी । अनल ने योजना बनाई थी कि 7 मोटरसाइकिल पर 3-3 लोग बाजार जाएंगे। अनल ने महाराज , अमित , अतुल के नेतृत्व में छोटी छोटी टीम बनाई थी। अनल ने एनएच 33 समेत अन्य पुलिस पोस्ट की निगरानी के लिए भी टीम बनाई थी। रामू चौका चौक, श्रीराम रड़गांव के पास, टीपू बिजयगिरी चौक के पास सीआरपीएफ कैम्प के पास निगरानी में लगे थे।
कैसे दिया घटना को अंजाम
14 जून को माओवादी दस्ता मोटरसाइकिल से अरहंजा से निकला। बाजार में ही उग्रवादियों ने धारदार हथियार खरीदी।शाम में पुलिस जब दुकान के पास कोल्डड्रिंक पी रहे थे। तभी उग्रवादियों ने पीछे से हमला कर दिया। हमला कर पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने के बाद पुलिस की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया। माओवादी इसके बाद पुरनाडीह मोड़ होते हुए लेपाटांड फुटबॉल मैदान पहुंचे।
माओवादियों के खात्मे तक चलेगा अभियान- कुलदीप द्विवेदी, कोल्हान डीआईजी
पांच पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल चार माओवादियों की गिरफ्तारी बड़ी सफलता है। घटना को अंजाम देने वाले सारे माओवादी जब तक गिरफ्तार नहीं होने अभियान जारी रहेगा। माओवादियों के खिलाफ समूचे इलाके में अभी भी बड़ा अभियान चल रहा है।