नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों ने शुक्रवार को मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए नोटिस दिया।
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।नोटिस में टैगोर ने लिखा, ”मई 2023 से, मणिपुर मेें व्यापक हिंसा और तबाही जारी है। मेइतेई और कुकी समुदायों के बीच शांति के लिए मध्यस्थता करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कोई वास्तविक प्रयास नहीं किया गया है।”
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका को सभी मणिपुर निवासी अप्रभावी मानते हैं।
आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस का नोटिस दिया।
चड्ढा ने अपने नोटिस में लिखा, “केंद्र और राज्य सरकार की ‘विफलता और अक्षमता’ के कारण मणिपुर में हिंसा के कारण बहुमूल्य जिंदगियों का नुकसान हुआ है।”
इस बीच कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोक सभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया और
चीन के साथ सीमा स्थिति पर चर्चा का आग्रह किया।
उन्होंने लिखा, “मैं सरकार से सदन को चीन के साथ सीमा पर स्थिति, सीमा विवाद को सुलझाने और मध्यस्थता करने के लिए किए गए प्रयासों और संभावित चीनी आक्रमणों के खिलाफ भारत की अखंडता को संरक्षित करने के लिए शुरू की गई नीतियों के बारे में सूचित करने का आग्रह करता हूं।”