रांची। रूस यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान युद्ध ग्रस्त यूक्रेन से भारत सरकार ने अपने देश के नागरिकों को लाने के लिए ऑपरेशन गंगा चलाया था। इसमें झारखंड के 158 नागरिक सुरक्षित वापस लाए गए।

इस मामले में रांची के सांसद संजय सेठ ने लोकसभा में यह सवाल पूछा था कि ऑपरेशन गंगा को सफल बनाने में सरकार की कितनी राशि खर्च हुई। कितने नागरिकों को वापस लाया गया और इसके लिए कितने विमानों का उपयोग हुआ।

इन सवालों का जवाब देते हुए विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरण ने शनिवार को लोकसभा में बताया कि ऑपरेशन गंगा के तहत 90 उड़ानें संचालित की गई थी, जिसमें 76 कॉमर्शियल उड़ाने थी और 14 भारतीय वायु सेना की उड़ानें थी। यह सभी उड़ाने भारत सरकार ने अपने खर्च पर संचालित की थी। इसके अलावा कॉमर्शियल उड़ानों को उनकी व्यवस्था के लिए भारत सरकार ने 92 करोड़ 95 लाख 96 हजार 211 रुपये का भुगतान भी किया है, तब जाकर भारत के नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित वापस लाया गया।

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने लोकसभा में बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से 18282 भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया है। इसमें 272 नागरिकों के राज्य का नाम उपलब्ध नहीं है। झारखंड के 158 नागरिक सुरक्षित वापस लाए गए। सबसे अधिक नागरिक केरल राज्य के हैं, यहां के 3343 नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया गया। मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश के सिर्फ एक एक नागरिकों को वापस लाया गया। बिहार के 1003 नागरिकों को वापस लाया गया जबकि उत्तर प्रदेश के 1917 नागरिकों को वापस लाया गया। भारत के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से नागरिकों की सकुशल सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कराई गई है।

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